नई दिल्ली: नमाज और जन्माष्टमी को लेकर उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बयान दिया है। योगी आदित्यनाथ ने कहा है कि अगर मैं सड़क पर ईद के दिन नमाज पढ़ने पर रोक नहीं लगा सकता तो मुझे कोई अधिकार नहीं कि मैं थानों में जन्माष्टमी के पर्व को रोकूं। योगी बुधवार को केजीएमयू के साइंटिफिक कन्वेंशन सेंटर में एक पत्रिका का लोकार्पण करते हुए बोल रहे थे। ये भी पढ़ें: लव जिहाद पर बड़ा खुलासा: एक हिंदू लड़की, मुसलमान लड़का और बड़ी साजिश
उन्होंने कहा कि सभी धर्मों को अपने त्योहार मनाने की आजादी है। क्रिसमस मनाइए या नमाज पढ़िए, कुछ भी करिए, लेकिन कानून के दायरे में। पिछली सरकार द्वारा जन्माष्टमी के आयोजन पर पाबंदी पर उन्होंने कहा कि कहीं भी नमाज पढ़ने की आजादी है तो थानों में जन्माष्टमी पर कैसे सवाल उठा सकते हैं?
इस कार्यक्रम में आरएसएस के सहसरकार्यवाह दत्तात्रेय होसबोले भी मौजूद थे। योगी ने कहा, "कांवड़ यात्रा पर अधिकारियों ने मुझे बताया कि यात्रा में माइक्रोफ़ोन, डीजे और म्यूज़िक सिस्टम पर रोक लगाई जाएगी तो मैंने उनसे ये उनसे ये सुनिश्चित करने के लिए कहा कि माइक्रोफोन का इस्तेमाल प्रतिबंधित है और किसी भी पूजास्थल से ध्वनि प्रदूषण नहीं होना चाहिए।"
योगी बताया कि इस पर उन्होंने अधिकारियों से कहा था, "मैंने कहा कि अफसर ये सुनिश्चित करें कि ये कांवड़ यात्रा है कि शव यात्रा? अरे कांवड़ यात्रा में बाजे नहीं बजेंगे, डमरू नहीं बजेंगे, ढोल नहीं बजेंगे, चिमटे नहीं बजेंगे, लोग नाचेंगे-गाएंगे नहीं, माइक नहीं बजेगा तो वो यात्रा कांवड़ यात्रा कैसे होगी?" उन्होंने कहा कि भारत में सभी धर्म को लोगों को अपनी आस्था का पालन करने की आज़ादी है।
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