अयोध्या: महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे अपनी सरकार के 100 दिन पूरे होने पर शनिवार अयोध्या में रामलला का दर्शन करने पहुंचे। इस दौरान उनके साथ उनकी पत्नी तथा सामना की संपादक रश्मि ठाकरे और बेटे आदित्य ठाकरे भी मौजूद हैं। उद्धव ठाकरे का विरोध करने वाले संतों, महंतों व हिंदू महासभा के जिला अध्यक्ष राकेशधर मिश्रा को उनके आवासों पर ही नजरबंद कर दिया गया है। सभी के आवासों के बाहर पुलिस तैनात है। हिंदू महासभा के महंत परशुराम दास भी नजरबंद किए गए हैं।
तपस्वी छावनी के संत परमहंस को उनके आश्रम में नजरबंद किया गया है। इसके साथ ही हनुमानगढ़ी के महंत राजू दास को भी नजरबंद किया गया है। ये सभी महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे के अयोध्या दौरे के विरोध की घोषणा की थी। इन्होंने काला झंडा दिखाने का ऐलान भी किया था। उद्धव अयोध्या में रामलला के दरबार में मत्था टेकेंगे और हनुमानगढ़ी के दर्शन भी करेंगे, लेकिन वह न तो सरयू आरती करेंगे, और न ही किसी प्रकार की जनसभा में हिस्सा लेंगे।
ठाकरे लखनऊ के अमौसी हवाईअड्डे पर विशेष विमान से उतरने के बाद पूर्वाह्न् करीब 1:15 बजे सड़क मार्ग से रामनगरी अयोध्या पहुंचे। वह बाईपास स्थित पंचशील होटल में रुकेंगे। उद्धव ठाकरे सरकार के मंत्री और 40 विधायक, 20 सांसद भी रामलला का दर्शन करेंगे। उनके दर्शन का समय शाम 4:30 बजे प्रस्तावित है। मुख्यमंत्री बनने के बाद उद्धव पहली बार अयोध्या पहुंचे हैं।
हालांकि, यह उनका तीसरा अयोध्या दौरा है। उद्धव ने लोकसभा चुनाव से पहले और बाद भी अयोध्या में रामलला के दर्शन किए थे। इससे पहले 2018 में लोकसभा चुनाव से पहले और फिर उसके बाद जून 2019 में उद्धव ठाकरे पार्टी सांसदों के साथ अयोध्या आए थे। उस दौरान वह महाराष्ट्र के शिवनेरी किले की मिट्टी भी अपने साथ ले गए थे। शिवनेरी छत्रपति शिवाजी महाराज का जन्मस्थान है।
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