लखनऊ/नई दिल्ली। राम जन्मभूमि तीर्थक्षेत्र ट्रस्ट के सदस्य रामेश्वर चौपाल ने आज रविवार को कहा कि रामजन्मभूमि के इतिहास को सिद्ध करने के लिए जितनी लंबी लड़ाई कोर्ट में लड़नी पड़ी है, उससे यह बात सामने आई है कि अब जो मंदिर बनवाएंगे, उसमें एक 'टाइम कैप्सूल' बनाकर के 2000 फीट नीचे डाला जाएगा। कामेश्वर चौपाल ने इसका कारण बताते हुए कहा कि जमीन में 2000 फिट नीचे टाइम कैप्सूल इसलिए रखा जाएगा ताकि भविष्य में जो कोई भी राम मंदिर के इतिहास के बारें में अध्ययन करना चाहता हो, उसे केवल राम जन्मभूमि से सम्बंधित तथ्य मिलेंगे।
बता दें कि, आने वाली 5 अगस्त को राम मंदिर भूमि पूजन कार्यक्रम अयोध्या में सम्पन्न होगा। राम मंदिर भूमि पूजन कार्यक्रम में शामिल होने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी अयोध्या जाएंगे। इस कार्यक्रम में कुल 200 लोगों के शामिल होने की उम्मीदर है। राम मंदिर के भूमिपूजन का मुहूर्त 12 बजकर 15 मिनट 15 सेकेंड से 12 बजकर 15 मिनट 47 सेकेंड तक है। यानी प्रधानमंत्री 32 सेकंड में भूमि पूजन करेंगे। पीएम के हाथों आधारशिला के रूप में 5 नक्षत्रों की परिचायक पांच रजत शिलाएं रखी जाएंगी।
रामलला के मुख्य अर्चक आचार्य सत्येंद्रदास के मुताबिक, प्रधानमंत्री मोदी 32 सेकंड में नंदा, जया, भद्रा, रिक्ता और पूर्णा के रूप में 5 शिलाओं का पूजन करेंगे और उन्हें मंदिर की नींव में स्थापित की जाएंगी। ये शिलाएं चांदी की होंगी और ट्रस्ट के अध्यक्ष महंत नृत्यगोपालदास ने इन्हें तैयार करवाया है।
Latest Uttar Pradesh News