गोरखपुर: उत्तर प्रदेश जिले के झंगहा क्षेत्र में शुक्रवार को एक इबादतगाह में धार्मिक पुस्तकें जलाए जाने को लेकर तनाव व्याप्त हो गया। रिपोर्ट्स के मुताबिक, पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर मामले की जांच शुरू कर दी है। पुलिस सूत्रों ने गोरखपुर में बताया कि लोना सोनबरसा गांव निवासी उस्मान अली रोजाना सुबह करीब 5 बजे इबादतगाह पर जाते हैं। शुक्रवार सुबह करीब पांच बजे उस्मान इबादतगाह पहुंचे तो देखा कि वहां लाउडस्पीकर, माइक्रोफोन तथा एम्प्लिफायर आदि बिखरा पड़ा है, और मजहबी पुस्तकें जली हालत में पड़ी हैं। इसकी खबर मिलने पर आसपास के लोग मौके पर जमा हो गए और पुलिस को सूचना दी गई।
पुलिस ने अज्ञात लोगों के खिलाफ दर्ज किया मुकदमा
रिपोर्ट्स के मुताबिक, घटना की सूचना मिलते ही एसपी नॉर्थ मनोज कुमार अवस्थी, सीओ चौरी चौरा दिनेश कुमार सिंह व झंगहा थाना पुलिस मौके पर पहुंच गई। बताया जा रहा है कि जावेद अंसारी नामक ग्रामीण की शिकायत पर पुलिस ने अज्ञात लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। मौके पर एहतियात के तौर पर पुलिस बल तैनात कर दिया गया है। अपर पुलिस अधीक्षक मनोज कुमार अवस्थी ने बताया कि मामले की जांच के लिए पुलिस की कई टीम बनाई गई हैं और 24 घंटे के अंदर मामले के खुलासे के निर्देश दिए गए हैं। उन्होंने कहा कि प्रकरण में जो भी दोषी होगा, उसके खिलाफ सख्त कार्यवाही की जाएगी।
बच्चे की तलाश में 2 घंटे परेशान रही पुलिस
वहीं, झंगहा क्षेत्र में ही एक अन्य मामले में नई बाजार पुलिस चौकी गुरुवार शाम एक बच्चे की तलाश में लगभग 2 घंटे तक परेशान रही। बाद में पता चला कि बच्चा सकुशल बाजार से अपने घर पहुंच गया है। रिपोर्ट्स के मुताबिक, बच्चे की मां पिपरपाती निवासी संजू पत्नी यशवंत बच्चे को एक दुकान पर बैठाकर बैंक से रुपया निकालने चली गई थीं, और इसी बीच बच्चा पड़ोस की एक महिला के साथ घर चला गया। बाद में जब रोती-बिलखती संजू घर पर पहुंची तो वहां उसने अपने बच्चे को पाया।
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