UP: एसटीएफ ने फर्जी मार्कशीट पर नौकरी करने वाले शिक्षक समेत क्लर्क को किया गिरफ्तार
एसटीएफ गोरखपुर के प्रभारी सत्यप्रकाश सिंह के नेतृत्व में टीम ने खुखुंदू चौराहे से मदन मोहन मालवीय पीजी कालेज के प्रधान लिपिक शिव प्रसाद व खुखुंदू थाना क्षेत्र के ग्राम शेरवा बभनौली निवासी नथुनी प्रसाद को गिरफ्तार किया गया है।
लखनऊ। फर्जी मार्कशीट से नौकरी करने वालों को लेकर उत्तर प्रदेश में धरपकड़ जारी है। मंगलवार को एसटीएफ गोरखपुर की टीम ने परिषदीय व अनुदानित विद्यालयों में लोगों को नौकरी दिलाने व फर्जी प्रमाण पत्र बनाने वाले गिरोह का पर्दाफाश किया है। उत्तर प्रदेश एसटीएफ ने देवरिया जिले से फर्जी मार्कशीट/बीए की डिग्री के आधार पर शिक्षक की नौकरी करने वाले फर्जी शिक्षक व कूटरचित अंक पत्र तैयार कराने वाले लिपिक को मंगलवार को गिरफ्तार किया है। एसटीएफ द्वारा मंगलवार शाम जारी एक बयान के अनुसार उप्र एसटीएफ को फर्जी मार्कशीट/बीए की डिग्री के आधार पर नौकरी करने वाले फर्जी शिक्षक नथुनी प्रसाद भारती व फर्जी अंक पत्र बनवाने वाले लिपिक शिव प्रसाद को जिला देवरिया से गिरफ्तार किया है। इनके पास से 1680 रुपए नगद, 1 डीएल, 1 पैन कार्ड, 2 आधार कार्ड और 1 आरसी पेपर समेत बुलेट मोटर साइकिल बरामद की गई है।
बयान में बताया गया कि नथुनी प्रसाद भारती पुत्र ग्राम-शेरवा बभनवली थाना-खुखुन्दू जनपद देवरिया तथा शिव प्रसाद ग्राम-चकिया थाना भाटपाररानी जनपद-देवरिया का रहने वाला था। जांच में पता चला था कि फर्जी डिग्री पर नथुनी कूटरचित अंकपत्रों के आधार पर प्राथमिक विद्यालय, जमुना छापर विकास क्षेत्र भलुअनी, जनपद देवरिया में अध्यापक पद पर नौकरी कर रहा है एवं नथुनी प्रसाद भारती का स्नातक (बी0ए0) का अंक पत्र कूटरचित है। पूछताछ पर पता चला कि उसको यह फर्जी डिग्री शिव प्रसाद ने बनाकर दी थी । इसी आधार पर जांच के बाद दोनों को गिरफ्तार किया गया और इनसे पूछताछ कर गिरोह के अन्य सदस्यों के बारे में पता लगाया जा रहा है ।
एसटीएफ गोरखपुर के प्रभारी सत्यप्रकाश सिंह के नेतृत्व में टीम ने खुखुंदू चौराहे से मदन मोहन मालवीय पीजी कालेज के प्रधान लिपिक शिव प्रसाद व खुखुंदू थाना क्षेत्र के ग्राम शेरवा बभनौली निवासी नथुनी प्रसाद को गिरफ्तार किया गया है। नथुनी खुखुंदू थाना क्षेत्र के जमुना छापर स्थित प्राथमिक विद्यालय में प्रधानाध्यापक के पद पर तैनात था। एसटीएफ प्रभारी के अनुसार शिव प्रसाद ने बताया कि नथुनी को उसने 1992 में अपने महाविद्यालय से फर्जी कागजात तैयार कर दूसरे के नाम पर स्नातक की डिग्री दिलाई। इतना ही नहीं, बीएड के अंक पत्र में भी कूटरचना की। इसी फर्जी डिग्री पर नथुनी नौकरी कर रहा था। शिव प्रसाद फर्जी कागजात तैयार कराकर सैकड़ों लोगों को नौकरी दिला चुका है। सरगना ने गोरखपुर विश्वविद्यालय के एक लिपिक के भी शामिल होने की बात कही है। एसटीएफ प्रभारी ने खुखुंदू थाने में मुकदमा दर्ज कराया है। टीम में एसटीएफ प्रभारी के अलावा एसएन सिंह, आशुतोष तिवारी, यशवंत सिंह आलोक राय शामिल रहे। बता दें कि, फर्जी कागजात तैयार कराकर नौकरी दिलाने के आरोप में शिव प्रसाद पर बस्ती में पहले भी मुकदमा दर्ज हो चुका है। इसका रैकेट पूर्वांचल में सक्रिय है।
सरगना शिव प्रसाद ने परिषदीय व अनुदानित विद्यालयों में नौकरी कर रहे तीन दर्जन लोगों के कागजात फर्जी होने के बारे में जानकारी दी। अब एसटीएफ की नजर उन लोगों की तरफ है। एसटीएफ सूत्रों का कहना है कि जल्द ही उन शिक्षकों के कागजात की भी जांच की जाएगी। नथुनी द्वारा भी फर्जी कागजात तैयार कराकर परिषदीय विद्यालयों में दर्जनों लोगों को नौकरी दिलाने की बात सामने आई है।
प्रधान लिपिक शिव प्रसाद महाविद्यालय में छात्रवृत्ति घोटाले के मामले में पहले भी जेल जा चुका है। इसके बाद भी वह अपने कारनामों से बाज नहीं आया। वह अधिकारियों के फर्जी हस्ताक्षर करने का भी माहिर बताया जाता है।