रामपुर (यूपी): समाजवादी पार्टी (सपा) के नेता आजम खान का एक सहयोगी भी पिछले हफ्ते के हिंसक नागरिकता कानून विरोधी प्रदर्शन के दौरान तोड़फोड़ को लेकर पुलिस द्वारा चिह्नित किये गये 150 से अधिक लोगों में शामिल है। पुलिस ने यह जानकारी दी। इस हिंसा में एक व्यक्ति की जान चली गयी थी। एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि पुलिस ने 15 लाख रूपये की संपत्ति का नुकसान पहुंचने का आकलन किया जिसकी भरपाई तोड़फोड़ करने वालों से की जाएगी। उन्होंने कहा कि अब तक चिह्नित किये गये लोगों की संपत्ति कुर्क करने की प्रक्रिया चल रही है।
रामपुर के पुलिस अधीक्षक अजयपाल शर्मा ने पीटीआई भाषा से कहा, ‘‘सरकारी और निजी संपत्ति को नुकसान पहुंचाने के मामले में अब तक 150 से अधिक लोगों की पहचान की गयी है। ड्राइवर एवं राज्य के पूर्व मंत्री आजम खान का सहयोगी परवेज भी तस्वीरों और वीडियों में पुलिसकर्मियों पर पत्थर फेंकता हुआ नजर आ रहा है।’’ इस संबंध में तत्काल खान की टिप्पणी नहीं मिल पायी है। शनिवार को यहां हिंसा के दौरान गोली लगने से 22 साल के एक व्यक्ति की जान चली गयी थी। हिंसा में कई स्थानीय लोग और पुलिसकर्मी घायल हो गये थे। एक पुलिस मोटरसाइकिल समेत छह वाहनों में आग लगा दी गयी थी। पुलिस ने कहा कि रामपुर हिंसा के सिलसिले में अब तक 33 लोग गिरफ्तार किये गये हैं।
संशोधित नागरिकता कानून के खिलाफ बृहस्पतिवार को उत्तर प्रदेश के कई जिलों में प्रदर्शन हुआ था जिसमें कम से कम 17 लोगों की जान चली गयी थी। चल-अचल संपत्ति को नुकसान पहुंचाया गया था, आगजनी की गयी थी। उत्तर प्रदेश के साथ ही देश के कइ हिस्सों में संशोधित नागरिकता कानून और प्रस्तावित एनआरसी के खिलाफ प्रदर्शन हुआ था।
Latest Uttar Pradesh News