अखिलेश ने BJP को दी चुनौती, '2019 में लोकसभा चुनाव के साथ यूपी में विस चुनाव कराए'
सपा नेता ने पहले गोरखपुर और फूलपुर लोकसभा क्षेत्रों और पिछले दिनों कैराना लोकसभा सीट तथा नूरपूर विधानसभा सीट पर भाजपा की हार को लेकर उस पर निशाना साधा...
लखनऊ: उत्तर प्रदेश में लोकसभा उपचुनावों में लगातार जीत से उत्साहित समाजवादी पार्टी प्रमुख अखिलेश यादव ने आज केंद्र की भाजपा सरकार को चुनौती देते हुए कहा कि उनकी पार्टी एक देश एक चुनाव के लिए तैयार है और 2019 से इसकी शुरूआत करते हुए आगामी लोकसभा चुनाव के साथ उत्तर प्रदेश में विधानसभा चुनाव कराए जाएं।
यहां सपा मुख्यालय पर पत्रकार वार्ता में अखिलेश ने कहा, ‘‘अगर मतदाता सूची को आधार नंबर से जोड़ा जाता है तो हमें कोई समस्या नही है। हमें ‘एक देश एक चुनाव’ पर भी कोई आपत्ति नहीं है। मैं तो उनसे (भारतीय जनता पार्टी से) कहूंगा कि वे ‘एक देश एक चुनाव’ का काम 2019 से ही शुरू कराएं और उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव 2019 के लोकसभा चुनाव के साथ करवा दें।''
सपा नेता ने पहले गोरखपुर और फूलपुर लोकसभा क्षेत्रों और पिछले दिनों कैराना लोकसभा सीट तथा नूरपूर विधानसभा सीट पर भाजपा की हार को लेकर उस पर निशाना साधा। 44 वर्षीय अखिलेश इस जीत पर आज काफी उत्साहित दिखे। हालांकि अखिलेश ने कहा कि जब ‘एक देश एक चुनाव’ का प्रस्ताव कार्यरूप ले रहा था तो उनकी पार्टी से कोई विचार विमर्श नही किया गया। उन्होंने शिकायती लहजे में कहा कि ''इस मुद्दे पर हमसे कोई सलाह नहीं ली गई।''
उल्लेखनीय है कि 'एक देश एक चुनाव' को लेकर प्रदेश सरकार के वरिष्ठ मंत्री सिद्धार्थनाथ सिंह की अध्यक्षता में गठित उच्चस्तरीय समिति ने कल अपनी रिपोर्ट मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को सौंप दी। इस रिपोर्ट में विधि आयोग की सलाह के अनुरूप लोकसभा और राज्यों के चुनाव एक साथ कराने का समर्थन किया गया है। रिपोर्ट में कहा गया है, ''ऐसा प्रस्ताव है कि उदाहरण के लिए पहले लोकसभा और प्रदेशों के चुनाव एक साथ कराए जाएं और बाद में इसमें स्थानीय निकाय चुनावों को भी इसी दिन शामिल कर लिया जाए।''
‘एक देश एक चुनाव’ पर विस्तृत रिपोर्ट मुख्यमंत्री को सौंपने के बाद मंत्री सिंह ने कल कहा था, ''उत्तर प्रदेश पहला राज्य है जो पंचायत तक के सभी चुनाव एक साथ करवाने पर राष्ट्रीय स्तर पर विमर्श कराने के प्रधानमंत्री के विचार को आगे बढ़ा रहा है। हमने अध्ययन किया और पाया कि यह संभव हो सकता है।''
रिपोर्ट सौंपे जाने के बाद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा था कि ''हम इस रिपोर्ट को केंद्र को सौंप रहे है और यह जनता के व्यापक हित में काफी अच्छा कदम है।'' उन्होंने कहा था कि कमेटी की रिपोर्ट में सुझाव है कि चुनाव प्रणाली को साफ सुथरा रखने के लिए आधार नंबर को मतदाताओं के नाम के साथ लिंक कर देना चाहिए इससे एक नाम के दो मतदाता हो पाना संभव नही हो पाएगा।