सोनभद्र नरसंहार के पीड़ित परिवारों को कांग्रेस नेताओं ने सौंपे 10-10 लाख रुपये के चेक, प्रियंका ने किया था वादा
कांग्रेस महासचिव एवं पूर्वी उत्तर प्रदेश की प्रभारी प्रियंका गांधी ने उम्भा गांव में 17 जुलाई को हुई हिंसा में मारे गए लोगों से किए गए वायदे को पूरा किया
सोनभद्र (उप्र): कांग्रेस महासचिव एवं पूर्वी उत्तर प्रदेश की प्रभारी प्रियंका गांधी ने उम्भा गांव में 17 जुलाई को हुई हिंसा में मारे गए लोगों से किए गए वायदे को पूरा किया और शनिवार को उन्होंने अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के सचिव बाज़ीराव खड़े एवं अन्य नेताओं को भेजकर प्रत्येक मृतक के परिवार को दस दस लाख रुपये एवं गम्भीर रूप से 9 घायलों को एक एक लाख रुपये का चेक वितरित कराया।
गौरतलब है कि सोनभद्र के घोरावल थाना अंतर्गत उम्भा गांव में विगत 17 जुलाई को हुए ज़मीनी विवाद में दस लोग मारे गए थे, और करीब ढाई दर्जन लोग घायल हो गए थे। कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने मारे गए दस मृतकों को दस दस लाख की सहायता राशि देने की घोषणा की थी और अपनी उस घोषणा को पूरा करने के लिए आज उन्होंने एक प्रतिनिधिमंडल को भेजा।
उम्भा में हुए ज़मीनी विवाद में दस लोगों के मारे जाने तथा ढाई दर्जन के घायल होने के बाद प्रियंका गांधी ने 19 जुलाई को उभ्भा गांव जाने का कार्यक्रम बनाते हुए वाराणसी पहुंचकर ट्रामा सेंटर में भर्ती घायलों का हाल चाल जाना था और सोनभद्र की तरफ़ कूच कर गई लेकिन प्रशासन ने उन्हें मिर्ज़ापुर के नारायणपुर में हिरासत में लिया और उन्हें चुनार ले जाया गया जहां उन्होंने कुछ पीड़ितों से मुलाक़ात की और सहायता का आश्वासन दिया था।
पीड़ित परिवारों से मुलाकात के बाद प्रियंका ने 20 जुलाई को संवाददाताओं से कहा था, ''इन बच्चों ने अपने माता पिता खो दिए हैं। कुछ परिवार ऐसे हैं, जिनके बच्चे और माता पिता अस्पताल में भर्ती हैं। ये लोग पिछले डेढ महीने से अपनी दिक्कतों के बारे में प्रशासन को सूचित कर रहे थे।'' उन्होंने कहा कि गांव की महिलाओं के खिलाफ कई फर्जी मामले भी दर्ज किए गए हैं। प्रियंका ने कहा था कि इन लोगों के साथ जो भी हुआ, बहुत गलत हुआ। इनके साथ घोर अन्याय हुआ है और हम इस घडी में उनके साथ हैं और उनकी लडाई लडेंगे।
गांव वालों की मांग के बारे में प्रियंका ने कहा था कि जिस भी परिवार ने किसी सदस्य को खोया है, उसे वित्तीय सहायता के रूप में 25 लाख रूपये मिलने चाहिए और निर्दोष गांव वालों के खिलाफ दर्ज मामले वापस लिए जाएं। प्रियंका ने कहा था यह नरसंहार था और लोगों की हत्याएं की गई हैं। उन्होंने कहा कि उनके साथ अन्याय हुआ है और बच्चों ने अपने माता पिता खोये हैं तथा सरकार और प्रशासन ने घटना को दबाने का प्रयास किया।
प्रियंका के साथ मौजूद उत्तर प्रदेश कांग्रेस विधानमंडल दल के नेता अजय कुमार लल्लू ने बताया था कि कांग्रेस महासचिव ने पीडितों से मुलाकात के दौरान ही मृतकों के परिजनों को दस दस लाख रूपये की आर्थिक मदद का ऐलान किया है। प्रियंका के दौरे के जवाब में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को उक्त गांव का दौरा करना पड़ा था। प्रियंका के सहायता के वादे को पूरा करने को आज शनिवार को अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के सचिव बाज़ीराव खड़े उम्भा गांव पहुंचे और सभी दस मृतकों के परिजनों को दस दस लाख का चेक दिया साथ गंभीर रूप से घायलों को भी एक एक लाख का चेक दिया। उन्होंने पत्रकारों से कहा कि ''हर एक नागरिक के प्रति हमारा कर्तव्य है की उनके दुःख में हम उनके साथ खड़े हों, प्रियंका गांधी के वायदे को पूरा करने के लिए हमें यहां भेजा गया है। कांग्रेस पार्टी हमेशा ग़रीबों के उज्जवल भविष्य के सपने व बराबरी के अधिकार के लिए गरीबों कमज़ोरों के साथ खड़ी है।’’