बहराइच: ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुसलमीन (AIMIM) के राष्ट्रीय अध्यक्ष असदुद्दीन ओवैसी ने कहा कि अखिलेश लखनऊ के नए नवाब हैं, जो चमचों और राग दरबारियों से वाहवाही सुनकर खुश होते हैं। उनका काम नहीं कारनामा बोलता है। यहां विकास नहीं बेटे के खिलाफ बाप बोलता है।
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ओवैसी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री अखिलेश यादव को बड़े मियां-छोटे मियां की जोड़ी करार दिया। उन्होंने कहा कि गोधरा कांड के लिए मोदी को माफ नहीं कर सकते तो मुजफ्फरनगर दंगो के लिए अखिलेश को कैसे माफ कर सकते हैं। यादव परिवार ने पांच साल में उप्र को बर्बाद कर दिया।
मटेरा सीट से पार्टी प्रत्याशी अकीलउल्ला के समर्थन में जनसभा करने आए ओवैसी ने कहा, "सपा सरकार में चार सौ दंगे हुए, लेकिन अखिलेश चुप रहे। महिलाओं की अस्मत लूटी गई, युवाओं को नौकरी नहीं मिली। फिर भी कहते हैं कि विकास हुआ है, काम बोलता है। लेकिन उप्र में विकास नहीं बोलता है। बेटे के खिलाफ बाप बोलता है।" ओवैसी ने कहा कि विकास सिर्फ इनके विधायकों का हुआ है। काम नहीं कारनामा बोलता है।
ओवैसी ने कहा, "नेताजी के यादव परिवार में आज 22 लोग सियासत में है। सरकार बन गई तो 150 लोग होंगे। यादव परिवार ने उप्र का सत्यानाश किया। लोहिया आज जिंदा होते तो अखिलेश को धिक्कारते। सपा के विकास की बात पर मैं अखिलेश से उनके घर बैठकर बहस करने को तैयार हूं, क्योंकि मैं उनके बाप से भी नहीं डरता।"
एआईएमआईएम प्रमुख ओवैसी ने कहा कि इटावा में गुजरात के शेर मर गए तो लंदन से डॉक्टर और बिसलेरी का पानी मंगाया। लेकिन देहातों में इंसान मर रहे हैं, अखिलेश चुप है। उन्होंने कहा कि लोकसभा चुनाव में मुलायम, मायावती, अखिलेश, मोदी की गोद में बैठ गए। उन्होंने नेताजी के परिवार से सिर्फ चार सांसदों के जीतने पर भी सवाल उठाया। ओवैसी ने कहा, "मोदी और अखिलेश रमजान, दिवाली, श्मशान और कब्रिस्तान की बात मत करो, हम इफ्तार पार्टियों से ऊब चुके हैं।"
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