अयोध्या: राम मंदिर के भूमि पूजन समारोह से पहले अयोध्या के कई हिस्से रोशन किए गए है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 5 अगस्त को राम मंदिर का शिलान्यास करने अयोध्या जाएंगे। अयोध्या में राम मंदिर के शिलान्यास समारोह के लिए तीर्थ पुरोहितों ने शुक्रवार को यमुनोत्री धाम की मिट्टी, यमुना नदी का पानी और हिमालयी क्षेत्र में उगने वाला ब्रह्म कमल फूल भेजा गया है। यमुनोत्री मंदिर समिति के सचिव कृतेश्वर उनियाल ने बताया कि पुजारियों ने ये चीजें विश्व हिंदू परिषद के पदाधिकारियों को सौंपी।
उनियाल ने कहा, ‘‘मंदिर के पुजारियों के लिए यह बहुत खुशी की बात है कि यमुनोत्री की मिट्टी, यमुना नदी का पानी और ब्रह्म कमल को राम मंदिर की नींव के लिए अयोध्या भेजा जा रहा है।’’ गंगोत्री मंदिर के अध्यक्ष सुरेश सेमवाल ने कहा कि गंगोत्री धाम की मिट्टी और गंगाजल को तांबे के पात्र में पैक करने के बाद मंगलवार को स्पीड पोस्ट से अयोध्या भेज दिया गया। राम मंदिर निर्माण के लिए भूमि पूजन अयोध्या में पांच अगस्त को होने वाला है और इसमें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के शामिल होने की उम्मीद है।
अयोध्या में राम मंदिर के भूमि पूजन के लिए संगम, श्रृंगवेरपुर, दुर्वासा आश्रम, सीतामढ़ी सहित 41 स्थानों से मिट्टी और जल एकत्र करके विश्व हिंदू परिषद के प्रांत संगठन मंत्री मुकेश कुमार और धर्माचार्य प्रमुख शंभू शुक्रवार को अयोध्या भेजे गए है। यह जानकारी देते हुए विहिप के मीडिया प्रभारी अश्वनी मिश्र ने बताया कि जहां-जहां प्रभु श्री राम के पग पड़े हैं, ऐसे पूज्य स्थलों की मिट्टी और जल का अयोध्या में भूमिपूजन में उपयोग होकर वे सभी इतिहास का हिस्सा बनेंगे।
उन्होंने बताया कि अयोध्या के लिए कुछ कार्यकर्ता भी साथ गए जिन्हें वहां पूज्य संतों की व्यवस्था में लगाया जाएगा। उल्लेखनीय है कि पांच अगस्त को अयोध्या में राम मंदिर का भूमि पूजन प्रस्तावित है जिसमें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और देश के कई उद्योगपतियों के शामिल होने का कार्यक्रम है।
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