लखनऊ. कोरोना काल की शुरुआत के साथ ही पिछले साल मार्च में स्कूलों को बंद कर दिया गया था। सुधरते हालातों के साथ अब स्कूलों को भी चरणबद्ध तरीके से खोला जा रहा है। अब उत्तर प्रदेश की योगी आदित्यनाथ सरकार ने भी भारत सरकार द्वारा जारी की गई SOP के तहत स्कूलों को फिर से खोलने जाने को लेकर निर्देश दिए हैं। उत्तर प्रदेश में सभी सरकारी और प्राइवेट स्कूलों में कक्षा 6 से कक्षा 8 के छात्रों की classes 10 फरवरी 2021 और प्राथमिक स्तर कक्षा 1 से कक्षा 5 की classes संचालित करने के निर्देश दिए हैं।
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हालांकि इस दौरान स्कूलों को स्वास्थ्य और सुरक्षा संबंधी सावधनी बरतने के लिए दिशा-निर्देशों के पालन करने होंगे। दिशानिर्देशों में कहा गया है कि प्रत्येक क्लास में छात्रों की कुल क्षमता के 50 प्रतिश्त उपस्थिति प्रथम दिन रहे और शेष 50 फीसदी की उपस्थिति दूसरे दिन रहे। इसी प्रकार किसी भी कार्य दिवस पर किसी भी स्कूल में कुल क्षमता का 50 फीसदी से अधिक उपस्थिति नहीं होगी।
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इतना ही नहीं जिन स्कूलों में छात्रों की संख्या ज्यादा है, वहां दो पालियों में कक्षाएं संचालित करने के लिए कहा गया है। इस संबंध में आखिरी निर्णय स्थानीय परिस्थियों को देखते हुए स्कूल समिति द्वारा लिया जाएघा। स्कूलों से ऐसे आयोजनों से बचने के लिए कहा गया है, जहां सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करना संभव न हो। स्कूल में छात्रों की उपस्थिति से पूर्व उनके अभिभावकों की सहमति लेना अनिवार्य है। अगर विद्यार्थी परिवार की सहमति के साथ घर पह री अध्ययन करना चाहते हैं, तो उन्हें अनुमति दी जाए।
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आइए आपको बतातें हैं स्कूलों को खोलने से पहले करनी होगी क्या तैयारी।
- स्कूल कैंपस और सभी कक्षाओं के फर्नीचर, उपकरण, स्टेशनरी, भंडारकक्ष, पानी की टंकी, किचेन, प्रयोगशाला, लाइब्रेरी आदि की सफाई और विसंक्रमित कराया जाना सुनिश्चित करना होगा।
- स्कूलों में हाथ की सफाी की सुविधा करनी होगी।
- डिजिटल थर्मामीटर, सेनेटाइजर साबुन आदि की व्यवस्था करनी होगी।
- प्रधानाध्यापक द्वारा स्थानीय स्तर पर उपलब्ध स्वास्थ्य विभाग के चिकित्सीय स्टॉफ से समन्वय स्थापित करते हुए आवश्यक मेडिकल सपोर्ट सुनिश्चित किया जाए।
छात्रों के बैठने की व्यवस्था
- छात्रों के बीच कम से कम 6 फीट की दूरी हो। एक सीट की बेंच-डेस्क हो तो इसे भी 6 फीट की दूरी पर बैठने की व्यवस्था की जाए।
- शिक्षकों के स्टाफ रूम/कार्यालय/आगत कक्ष में भी 6 फीट दूरी पर बैठने की व्यवस्था की जाए।
- विद्यालय के प्रवेश और निकास द्वार को भी विभिन्न कक्षाओं के अनुसार क्रमवार समय आवंटित करते हुए आने-जाने के लिए चिन्हित किया जाए।
- स्कूलों के सभी गेटों को आने-जाने के समय खुला रखा जाए ताकि एक जगह भीड़ एकत्र न हो।
विद्यालय की समय तालिका - स्कूलों में कक्षाओं का संचलान निम्म शेड्यूल के अनुसार किया जाए।
प्राथमिक स्तर पर (कक्षा 1 से कक्षा 5)
- सोमवार व गुरुवार को कक्षा 1 व कक्षा 5
- मंगलवार व शुक्रवार को कक्षा 2 व कक्षा 4
- बुधवार व शनिवार को कक्षा 3
उच्च प्राथमिक स्तर पर कक्षा 6 से कक्षा 8
- सोमवार व गुरुवार को कक्षा 6
- मंगलवार व शुक्रवार को कक्षा 7
- बुधवार व शनिवार को कक्षा 8
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