नई दिल्ली: आम आदमी पार्टी (AAP) से राज्यसभा सदस्य संजय सिंह और अयोध्या से समाजवादी पार्टी के पूर्व विधायक पवन पांडे ने अयोध्या में राम मंदिर का निर्माण करा रहे श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय पर भ्रष्टाचार के गंभीर आरोप लगाए, जिसके बाद कांग्रेस ने रविवार को आरोप लगाया कि भगवान राम के नाम पर दान लेकर घोटाला किया जा रहा है। सिंह ने रविवार को लखनऊ में प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान आरोप लगाया कि ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय ने संस्था के सदस्य अनिल मिश्रा की मदद से दो करोड़ रुपए कीमत की जमीन 18 करोड़ रुपए में खरीदी।
उन्होंने आरोप लगाया कि यह सीधे-सीधे धन शोधन का मामला है और सरकार इसकी सीबीआई और प्रवर्तन निदेशालय से जांच कराये। हालांकि, राय ने आरोपों को सिरे से खारिज किया है। देर रात उनकी तरफ से एक प्रेस रिलीज भी जारी की गई। प्रेस रिलीज में राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के महासचिव चम्पत के हवाले से कहा गया है कि 9 नवंबर, 2019 को श्री राम जन्मभूमि पर सुप्रीम कोर्ट का आदेश आने के बाद अयोध्या में जमीन खरीदने के लिए देश के कई लोग आने लगे। वहीं खुद उत्तर प्रदेश सरकार अयोध्या के विकास के लिए बड़ी मात्रा में जमीन खरीद रही है, इस कारण अयोध्या में जमीनों के दाम बढ़ गए।
जिस जमीन की खरीद को लेकर आरोप लगाए हैं उस सफाई देते हुए कहा गया है कि उस जमीन को खरीदने के लिए वर्तमान विक्रेताओं ने सालों पहले जिन दामों पर रजिस्टर्ड एग्रीमेंट किया था, उस जमीन को उन्होंने 18 मार्च 2021 को बैनामा कराया। इसके बाद ही ट्रस्ट के साथ एग्रीमेंट किया। उन्होंने प्रेस रिलीज में साफ कहा है कि जो भी राजनीतिक लोग इस संबंध में प्रचार कर रहे हैं वह भ्रामक है और समाज को गुमराह करने के लिए है। ये सारे ही आरोप राजनीति से प्रेरित हैं और इसीलिए ये राजनीतिक लोगों द्वारा ही लगाए जा रहे हैं।
कांग्रेस के मुख्य प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने ट्वीट कर आरोप लगाया, '' हे राम, ये कैसे दिन...आपके नाम पर चंदा लेकर घोटाले हो रहे हैं। बेशर्म लुटेरे अब आस्था बेच ‘रावण’ की तरह अहंकार में मदमस्त हैं। सवाल है कि दो करोड़ में ख़रीदी ज़मीन 10 मिनट बाद ‘राम जन्मभूमि’ को 18.50 करोड़ में कैसे बेची? अब तो लगता है...कंसों का ही राज है, रावण हैं चहुं ओर!''
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