लखनऊ. यूपी में अभी चुनाव दूर है, लेकिन समाजवादी पार्टी ने अभी से खुद को मजबूत करने के लिए प्लानिंग शुरू कर दी है। ब्राह्मणों को लुभाने के लिए समाजवादी पार्टी ने अब लखनऊ में भगवान परशुराम की 108 फीट ऊंची मूर्ति स्थापित करने का फैसला लिया है। इतना ही नहीं, पार्टी ने मूर्ति स्थापना के अलावा एक बड़ा पार्क और पार्क में एजुकेशनल रिसर्च सेंटर बनाने का फैसला किया है। सपा की सरकार के दौरान मंत्री रह चुके अभिषेक मिश्रा ने बताया कि लखनऊ में परशुराम की 108 फीट ऊंची प्रतिमा लगाई जाएगी। साथ ही, शैक्षिक अनुसंधान केंद्र की भी स्थपना होगी।
अभिषेक मिश्रा ने कहा, "इस परियोजना को अभी अंतिम रूप दिया जा रहा है और परशुराम चेतना पीठ इस परियोजना की देखरेख करेगी। इसके लिए हम अभी मूर्तिकारों से बातचीत कर रहे हैं। शैक्षिक अनुसंधान केंद्र को गुरुकुल की अवधारणा पर संचालित किया जाएगा।"
उन्होंने कहा कि अखिलेश सरकार के समय ही लखनऊ में जनेश्वर मिश्र पार्क का निर्माण हुआ था। पार्क में ब्राह्मण नेता की प्रतिमा स्थापित की गई थी। इसके अलावा सपा सरकार में परशुराम जयंती पर अवकाश घोषित किया गया था। सपा के इस कदम को यूपी की ब्राह्मण सियासत में मास्टर स्ट्रोक माना जा रहा है। हालांकि इस कदम से पार्टी की ओर ब्राह्मण वोट कितना आकर्षित होगा, यह कहना अभी दूर की कौड़ी है।
यूपी में पिछले कुछ समय से ब्राह्मण वोट बैंक को लेकर तमाम पार्टियों में जोर अजमाइश शुरू है। विकास दुबे कांड और उसके बाद पुलिस की कार्रवाई को लेकर ब्राह्मणों में कथित नाराजगी की बातें सामने आई हैं। कांग्रेस लगातार इस मुद्दे पर आक्रामक है और प्रदेश में तमाम घटनाओं को ब्राह्मणों से जोड़ा जा रहा है। सपा ने भी अपने दिग्गज ब्राह्मण नेताओं को कमान सौंप दी है। चर्चा है कि बसपा ने भी एक बार फिर सोशल इंजिनियरिंग का नया फार्मूला बनाया है।
With inputs from IANS
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