लखनऊ: उत्तर प्रदेश विधानमंडल के मानसून सत्र से ऐन पहले प्रदेश की कानून-व्यवस्था, कोरोना महामारी को लेकर योगी सरकार की कार्यप्रणाली तथा कई अन्य मुद्दों को लेकर मुख्य विपक्षी दल समाजवादी पार्टी (सपा) ने विधानभवन परिसर में धरना-प्रदर्शन किया। इस दौरान प्रदेश अध्यक्ष नरेश उत्तम के नेतृत्व में विधायक अपने गले में कानून व्यवस्था और कोरोना की आड़ में लूट-पाट जैसे स्लोगन की तख्ती डाले नजर आए। कुछ विधायक गेट नम्बर 2 पर चढ़ते भी नजर आए। बाद में विधानसभा की गैलरी के बाहर सपा विधायकों ने एक साथ बैठकर सरकार के खिलाफ नारेबाजी की।
सपा के तमाम विधायकों और विधान परिषद सदस्यों ने पूर्वाह्न साढ़े नौ बजे विधानभवन परिसर स्थित पूर्व प्रधानमंत्री चौधरी चरण सिंह की प्रतिमा के सामने विरोध प्रदर्शन किया। उनके हाथों में बैनर भी थे, जिन पर ''कोरोना की आड़ में लूटपाट करे सरकार। यूपी में जंगल राज, चरम पर है भ्रष्टाचार'', ''पढ़ा लिखा नौजवान कब तक घर बैठे बेरोजगार'', ''यूपी में सरकार नहीं गुंडों का राज है'', आदि नारे लिखे थे।
सपा के प्रदेश अध्यक्ष विधान परिषद सदस्य नरेश उत्तम पटेल ने इस मौके पर कहा कि प्रदेश की भाजपा सरकार के कार्यकाल में प्रदेश में जंगलराज व्याप्त है। आये दिन हत्या, लूट, बलात्कार और अपहरण की वारदात हो रही हैं। ऐसा लगता है कि अपराधियों के जहन से कानून का डर बिल्कुल खत्म हो गया है।
उन्होंने कहा कि प्रदेश की योगी आदित्यनाथ सरकार कोविड-19 महामारी को भी रोकने में पूरी तरह नाकाम साबित हुई है। आलम यह है कि इस बीमारी के इलाज के नाम पर लूट-खसोट की जा रही है। विधान परिषद सदस्य आनंद भदौरिया ने आरोप लगाया कि प्रदेश में कोविड-19 से बेहाल जनता का दम खराब कानून-व्यवस्था से निकाल रखा है। प्रदेश सरकार कोरोना की आड़ में लूटपाट कर रही है।
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