जेल से छूटने के लिए रेप के आरोपी फौजी ने किया निकाह, छूटने पर किया इंकार
पीड़िता का आरोप है कि वह पुलिस से न्याय की गुहार लगा रही है लेकिन उसे पुलिस का सहयोग नहीं मिल रहा है।
बरेली: उत्तर प्रदेश के जनपद बरेली में दुष्कर्म के मामले में जेल पहुंचे एक फौजी द्वारा जेल से छूटने के लिए पीड़िता से निकाह किये जाने और जेल से छूटने के बाद पीड़िता को अपनी पत्नी मानने से इंकार किये जाने का मामला सामने आया है। ऐसे में पीड़िता का आरोप है कि वह पुलिस से न्याय की गुहार लगा रही है लेकिन उसे पुलिस का सहयोग नहीं मिल रहा है। पीड़िता का कहना है कि अगर उसे न्याय नहीं मिला तो वह आत्महत्या कर लेगी।
जानकारी के मुताबिक, जनपद के हाफिजगंज थाना क्षेत्र के हरहरपुर गांव निवासी युवती का आरोप है कि 2015 में उसके फुफेरे भाई ने उसे निकाह का झांसा देकर शारीरिक संबंध बनाए थे। दोनों के संबंधों के बारे में उनके परिवारों को पता चलने के बाद निकाह की बात चली तो युवक ने निकाह करने से मना कर दिया।
युवती ने काफी गुहार की लेकिन युवक नहीं माना। इसी दौरान उसकी सेना में नौकरी लग गई और तैनाती कश्मीर में हो गई और कोई हल नहीं निकला। इसके बाद पीड़िता ने अक्तूबर 2017 में थाना हाफिजगंज में शादी का झांसा देकर दुष्कर्म का मामला दर्ज कराया। पुलिस ने आरोपी फौजी को गिरफ्तार कर कोर्ट में पेश किया, जहां से उसे जेल भेज दिया गया।
पीड़िता का आरोप है कि फौजी के परिवार के लोग उसके घर आए और उसे झांसा दिया कि अगर वह केस वापस ले लेगी तो फौजी से उसका निकाह करा दिया जाएगा। इस बात पर युवती सहमत हो गई और जेल में ही निकाह कर लिया। 28 दिसंबर 2017 को फौजी जेल से रिहा हो गया, लेकिन जब पीड़िता ने बतौर बीवी उसके घर जाने की कोशिश की तो फौजी मुकर गया। यही नहीं बल्कि फौजी ने उसे धमकी दी कि वह उसे जलाकर मार डालेगा। पीड़िता ने बताया कि इस मामले की शिकायत दो महीने पहले एसएसपी कार्यालय में की थी लेकिन उसे मदद नहीं मिली।