Ram Mandir Bhoomi Pujan: चरम पर पहुंचा रामभक्तों का उत्साह, ऐतिहासिक क्षण का गवाह बनने के लिए बेताब
इस ऐतिहासिक क्षण का साक्षी बनने की ख्वाहिश लिए लोग छतों पर जमा रहे और अन्य लोग टेलीविजन सेट पर नजरें गड़ाए रहे। हनुमानगढ़ी के पास का श्रृंगार हाट इलाका बेहद गहमागहमी से भरा रहा।
अयोध्या: अयोध्या में बुधवार को कड़ी सुरक्षा और कोविड—19 प्रोटोकॉल का पालन करते हुए राम मंदिर के भूमि पूजन के दौरान भक्तों का जोश अपने चरम पर रहा और इस ऐतिहासिक क्षण का साक्षी बनने की ख्वाहिश लिए लोग छतों पर जमा रहे और अन्य लोग टेलीविजन सेट पर नजरें गड़ाए रहे। हनुमानगढ़ी के पास का श्रृंगार हाट इलाका बेहद गहमागहमी से भरा रहा। यहां दुकानदारों, आम लोगों, सुरक्षाकर्मियों और यहां तक कि मीडियाकर्मियों को भी राम जन्मभूमि पर हो रहे अनुष्ठान का साक्षी बनने का सुरक्षित ठौर मिला।
अयोध्या में उमड़ा हुजूम भूमि पूजन के पलों का गवाह बनने के लिये बेताब था लेकिन प्रधानमंत्री के दौरे और कोविड—19 को लेकर लागू प्रोटोकॉल के मद्देनजर चुनिंदा लोगों को ही कार्यक्रम स्थल पर जाने की इजाजत थी। मीडिया को भी काफी दूर रोक दिया गया था। ऐसे में श्रृंगार हाट स्थित सर्राफा की दुकानों पर लगे टेलीविजन सेट ने लोगों को खासी राहत दी। इन दुकानों पर खड़े होकर लोगों ने कार्यक्रम देखा। इनमें मीडियाकर्मी भी शामिल थे।
भूमि पूजन के हर पल को आंखों में बसाना चाह रहे लोगों की भीड़ के बीच सोशल डिस्टेंसिंग जैसी कोई चीज नजर नहीं आयी। अनेक लोग अपने—अपने घर की छतों पर भी खड़े नजर आये। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जब हनुमानगढ़ी पहुंचे तो उनके काफिले की गाड़ियों को देखकर उत्साहित लोगों ने 'जय श्रीराम' के नारे लगाये। भूमि पूजन के दिन अयोध्या में उल्लास नजर आया और कहीं किसी तरह की कोई अप्रिय घटना नहीं हुई। जिला अधिकारी अनुज कुमार झा ने बताया कि जिले में कहीं भी कोई अप्रिय घटना घटित नहीं हुई। वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक दीपक कुमार ने भी बताया कि भूमि पूजन के दिन अयोध्या में पूरी तरह शांति रही।
श्रृंगार हाट स्थित सर्राफा की दुकान पर टीवी में कार्यक्रम देख रही 60 वर्षीय शांति ने बताया कि वह इस ऐतिहासिक और गौरवशाली क्षण का गवाह बनकर बेहद खुश हैं। ऐसा पल किसी व्यक्ति के जीवन में एक ही बार आता है। बेहद भावुक हुए महेन्द्र यादव ने कहा कि यह उनकी जिंदगी का बेहद महत्वपूर्ण लम्हा है। अगर मौका मिला तो वह अपने नाती—पोतों को आज के दिन के बारे में बताएंगे।
भाषण के दौरान मोदी ने जब 'सियावर रामचंद्र की' का आह्वान किया तो श्रृंगार हाट में मौजूद लोगों ने जय घोष किया और शंख बजाया। मगर जैसे ही प्रधानमंत्री ने अपना सम्बोधन शुरू किया, पूरा मजमा खामोश होकर उनकी बात सुनने लगा। उनमें से कई लोगों ने उनके भाषण की अपने मोबाइल फोन में रिकार्डिंग शुरू कर दी। प्रधानमंत्री ने जब चौपायी पढ़ी तो लोगों ने भी उसे दोहराया।
श्रृंगार हाट में सर्राफा कारोबारी शिव दयाल सोनी ने कहा ''मेरी दुकान पर पहली बार ऐसे लोगों की भीड़ जुटी जो कोई आभूषण खरीदने नहीं आये थे। आज कोई ग्राहक नहीं आया बल्कि केवल श्रद्धालु जुटे।'' इस मौके पर कुछ दुकानदार लोगों के बीच लड्डू बांटते नजर आये। इनमें से एक सावित्री सोनी ने कहा ''मैं इस क्षण पर बहुत गौरव का अनुभव कर रहा हूं। लोग मेरी दुकान पर सिर्फ टीवी देखने आ रहे हैं, मगर मुझे बुरा नहीं लग रहा है, बल्कि इससे मुझे बेहद संतोष हो रहा है। आज मुझे रामायण धारावाहिक के प्रसारण के वक्त का माहौल याद आ रहा है, जब लोग मुहल्ले के किसी एक घर में टीवी पर रामायण देखने के लिये जुटते थे।'' भूमि पूजन के प्रति उत्साहित लोगों ने अपने घरों की बाल्कनी, बरामदों और छतों पर भगवान राम और हनुमान की तस्वीरों के साथ भगवा झंडे भी फहराये।