लखनऊ: कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ने रविवार को उत्तर प्रदेश कांग्रेस कमेटी के पदाधिकारियों के साथ बात की। इस मौके पर प्रियंका ने कहा कि हर पार्टी कार्यकर्ता से संवाद स्थापित करके उसकी उपयोगिता के अनुसार जिम्मेदारी देकर संगठन को मजबूत बनाया जाए। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष अजय कुमार लल्लू ने बताया कि बैठक में प्रियंका ने पिछले 2 महीनों में संगठन स्तर पर हुई प्रगति का ब्यौरा लेते हुए कहा कि कांग्रेस सबको साथ लेकर चलना जानती है और एक-एक कांग्रेसी से संवाद स्थापित करके उनकी उपयोगिता के अनुसार संगठन को बूथ स्तर तक मजबूत बनाया जाएगा।
प्रियंका ने कहा कि पार्टी पदाधिकारी छात्रों, किसानों, मजदूरों, गरीबों और मजलूमों की आवाज बनें। उन्होंने कहा कि सरकार के अन्याय के खिलाफ जोरदार आंदोलन चलाकर प्रदेश में विपक्ष की भूमिका में डटकर खड़े रहना कांग्रेस की जिम्मेदारी है। उन्होंने बताया कि बैठक में उपस्थित कार्यकारिणी ने प्रदेश में किसानों, नौजवानों, महिलाओं, छोटे व्यापारियों, कर्मचारियों और प्रदेश के नागरिकों के हितों के लिए रणनीतिक रूप से आंदोलन चलाने पर विचार किया। बैठक में इस बात पर चिंता जताई गई कि पूरे देश में बेरोजगारी दर 7.6 प्रतिशत है, वहीं उत्तर प्रदेश में यह दर 8.1 प्रतिशत है, हालांकि सरकार बेरोजगारी के आंकड़े छुपा रही है जो कि चिन्ता का विषय है।
उन्होंने कहा कि प्रदेश में शिक्षित नौजवान आज भर्तियों में हो रहे घोटाले की भेंट चढ़ रहे हैं। शिक्षा मित्र, पंचायत मित्र, आंगनबाड़ी कार्यकत्री, अनुदेशक शिक्षक, उर्दू शिक्षक, रसोइयां, पराचिकित्सक कर्मी, होमगार्ड आदि तमाम वर्गों के लोग प्रदेश में आए दिन सड़क पर उतरकर संघर्ष करने के लिए मजबूर हैं। प्रियंका ने कहा कि बीजेपी प्रदेश में 80 लाख किसानों की कर्जमाफी का दावा करती है लेकिन दिसंबर 2019 तक प्रदेश में 44.54 लाख किसानों का ही कर्ज माफ हुआ है। बुंदेलखण्ड में जिस तरह से ओलावृष्टि एवं अतिवृष्टि की वजह से फसलें बर्बाद हो रही हैं और किसानों को फसल बीमा योजना का लाभ नहीं मिल रहा है, उसका बहुत बड़ा कारण सरकार द्वारा फसल बीमा कंपनियों को संरक्षण देना है।
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