मेरठ: कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ने बुधवार को यहां भीम आर्मी के प्रमुख चंद्रशेखर आजाद से अस्पताल में मुलाकात की। एक दिन पहले ही आजाद को इस अस्पताल में भर्ती कराया गया था और प्रियंका उनका हालचाल जानने आईं थीं। प्रियंका बुधवार शाम अचानक मेरठ के एक निजी अस्पताल में भर्ती भीम आर्मी के प्रमुख चंद्रशेखर से मिलने पहुंचीं। उनके साथ कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष राज बब्बर और पश्चिम उत्तर प्रदेश के प्रभारी ज्योतिरादित्य सिंधिया भी मौजूद थे।
इस दौरान मीडिया से बातचीत में प्रियंका गांधी ने इतना ही कहा,‘‘चंद्रशेखर से मिलने के लिए अस्पताल आने में कोई राजनीति नहीं है। मैं इस लड़के से मिलने आई हूं, क्योंकि चन्द्रशेखर का संघर्ष मुझे पसंद आया। उसने अपने लोगों के लिए संघर्ष किया है।’’ जब संवाददाताओं ने इस मुलाकात के राजनीतिक मायने को लेकर सवाल किया तो प्रियंका बोलीं, ''आप इसका राजनीतिकरण करना चाहते हैं तो कीजिए... मैं सिर्फ हाल जानने आई थी।''
कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी की भीम आर्मी के प्रमुख से मुलाकात को उत्तर प्रदेश के राजनीतिक हलके में बसपा सुप्रीमो मायावती पर ‘‘दबाव ’’ बनाने के रूप में देखा जा रहा है क्योंकि एक दिन पहले ही मायावती ने चुनावी गठबंधन को लेकर कांग्रेस के लिए बसपा के दरवाजे बंद कर दिए थे।
प्रियंका करीब आधा घंटा तक अस्पताल में रहीं। मुलाकात के मायने पूछने पर चंद्रशेखर ने भी कहा, ''मैं सियासी व्यक्ति नहीं हूं। मैं बहुजन समाज के लिए लड़ता हूं। वह (प्रियंका) कोई राजनीतिक बात करने नहीं आई थीं। ना कुछ पूछ रहीं थीं।'' उन्होंने कहा कि प्रियंका गांधी वाड्रा उनकी तबियत पूछने आई थीं। इससे ज्यादा और कुछ नहीं। चन्द्रशेखर ने कहा, ‘‘मैं बहुजन समाज के साथ हूं।’’ प्रियंका के दौरे के दौरान अस्पताल में सुरक्षा के कड़े प्रबंध किए गए थे।
उल्लेखनीय है कि आसन्न चुनावी समर में गैर भाजपाई दलों की यही कोशिश है कि उत्तर प्रदेश में बसपा, सपा और कांग्रेस एक साथ मिलकर चुनाव लड़ें ताकि भगवा पार्टी को सत्ता पर पुन: कब्जा जमाने से रोका जा सके। गौरतलब है कि सपा-बसपा ने कांग्रेस को राज्य में लोकसभा की सिर्फ दो सीटें देने की पेशकश की थी।
गौरतलब है कि मंगलवार को चंद्रशेखर की तबीयत उस समय खराब हो गई जब वह सहारनपुर से दिल्ली के लिए ‘बहुजन सुरक्षा अधिकार यात्रा’ निकाल रहे थे। यात्रा जब देवबंद पहुंची तब अनुमति नहीं मिलने के कारण पुलिस ने यात्रा रोक दी और चंद्रशेखर को हिरासत में ले लिया था। पुलिस की कार्रवाई से नाराज उनके समर्थकों ने राजमार्ग पर हंगामा शुरू कर दिया। गुस्साई भीड़ की अधिकारियों के साथ नोकझोंक हुई। हंगामे के बीच अचानक चंद्रशेखर की तबीयत बिगड़ गई और वह बेहोश हो गए, जिसके बाद उन्हें मेरठ लाया गया और अस्पताल में भर्ती कराया गया।
लोकसभा चुनाव से पहले प्रियंका गांधी को पूर्वी उत्तर का प्रभार सौंपा गया था।
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