अखिलेश यादव के घर के रास्ते को पुलिस ने किया सील, आज कन्नौज से निकालने वाले थे ट्रैक्टर रैली
अखिलेश यादव को आज कन्नौज में ट्रैक्टर से रैली निकालनी थी लेकिन कन्नौज ज़िला प्रशासन ने उन्हें प्रदर्शन की इजाज़त नहीं दी है। कन्नौज में कई सपा नेता या तो गिरफ्तार कर लिए गए हैं या नज़रबंद कर दिए गए हैं।
लखनऊ. उत्तर प्रदेश से बड़ी खबर है। यहां स्थानीय प्रशासन ने समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष और सूबे के पूरे पूर्व सीएम अखिलेश यादव के घर के रास्ते को सील कर दिया है। समाजवादी पार्टी ने आज पूरे प्रदेश में कृषि क़ानून के खिलाफ प्रदर्शन का आह्वान किया था। अखिलेश यादव को आज कन्नौज में ट्रैक्टर से रैली निकालनी थी लेकिन कन्नौज ज़िला प्रशासन ने उन्हें प्रदर्शन की इजाज़त नहीं दी है। कन्नौज में कई सपा नेता या तो गिरफ्तार कर लिए गए हैं या नज़रबंद कर दिए गए हैं। इससे पहले रविवार को भी अखिलेश यादव ने भाजपा सरकार पर हमला बोला था।
पार्टी दफ्तर के आसपास का इलाका भी सील
गौतम पल्ली थानाध्यक्ष चंद्रशेखर सिंह ने 'भाषा' को बताया कि सपा मुखिया अखिलेश यादव का सोमवार को कन्नौज जाने का कार्यक्रम था, लेकिन वहां के जिलाधिकारी ने उनके कार्यक्रम की अनुमति नहीं दी है, लिहाजा सपा दफ्तर की ओर जाने वाले विक्रमादित्य मार्ग के हिस्से को सील करने की कार्रवाई की गई है।
गौरतलब है कि नए कृषि कानूनों के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे किसानों के समर्थन और किसानों से जुड़ी अन्य समस्याओं को लेकर सपा सोमवार से पूरे प्रदेश में किसान यात्राएं शुरू कर रही है। इसके तहत अखिलेश का कन्नौज में आयोजित यात्रा में शिरकत करने का कार्यक्रम है। उनका ठठिया मंडी से तिर्वा के किसान बाजार तक 13 किलोमीटर की यात्रा का कार्यक्रम है।
सपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता राजेंद्र चौधरी ने पुलिस प्रशासन की इस कार्रवाई को अलोकतांत्रिक करार देते हुए कहा है कि सरकार अखिलेश के किसान यात्रा में शामिल होने मात्र से भयभीत हो गई है। उन्होंने कहा कि शांतिपूर्ण प्रदर्शन करना हर किसी का लोकतांत्रिक अधिकार है और सरकार इसका हनन करने पर तुली हुई है। चौधरी ने कहा, ‘‘अखिलेश यादव को पूर्वाह्न 10 बजे कन्नौज के लिए निकलना है। सरकार चाहे जितना भी रोके, लेकिन हम पीछे नहीं हटेंगे।’’
रविवार को भाजपा पर बरसे थे अखिलेश
उन्होंने भाजपा के शासन में आम नागरिकों के अधिकार छीने जाने का आरोप लगाते हुए रविवार को कहा कि भाजपा ने गरीब किसानों का वोट लिया है तो नए कृषि कानूनों को लेकर उनकी बात भी सुने। उन्होंने कहा ''आज जो माहौल है उसमें नागरिकों के अधिकार छीने जा रहे हैं। अन्नदाता के साथ खिलवाड़ हो रहा है। ठंड के दिनों में भी किसान दिल्ली सीमा पर जमे हैं। गरीबों-किसानों का भाजपा ने वोट लिया है तो वह उनकी बात भी सुने। लेकिन विडम्बना है कि भाजपा तो उद्योगपतियों को ही मौका देना चाहती है।''
प्रदर्शनकारी किसानों से मुलाकात करने सिंघू बॉर्डर जाएंगे केजरीवाल
दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के सोमवार को सिंघू बॉर्डर पर जाने की संभावना है, जहां केंद्र के नए कृषि कानूनों के विरोध में हजारों किसान बीते कई दिन से विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं। आम आदमी पार्टी (आप) ने किसान संगठनों द्वारा आठ दिसंबर को बुलाए गए ‘भारत बंद’ को रविवार को समर्थन दिया था। ‘आप’ के एक पदाधिकारी ने बताया, ‘‘दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल अपने मंत्रिमंडल सहयोगियों के साथ सिंघू बॉर्डर जाएंगे।’’ केजरीवाल ने रविवार को कहा था कि देशभर में आम आदमी पार्टी के कार्यकर्ता राष्ट्रव्यापी हड़ताल का समर्थन करेंगे। उन्होंने सभी नागरिकों से किसानों का समर्थन करने की अपील भी की थी।
बसपा ने भी किया किसान आंदोलन का समर्थन
यूपी की पूर्व सीएम मायावती ने ट्वीट कर किसान आंदोलन के समर्थन का ऐलान किया है। उन्होंने ट्वीट कर कहा, "कृषि से सम्बंधित तीन नए कानूनों की वापसी को लेकर पूरे देश भर में किसान आन्दोलित हैं व उनके संगठनों ने दिनांक 8 दिसम्बर को "भारत बंद" का जो एलान किया है, बी.एस.पी उसका समर्थन करती है। साथ ही, केन्द्र से किसानों की माँगों को मानने की भी पुनः अपील।"