मथुरा: उत्तर प्रदेश के मथुरा जनपद के बालाजीपुरम में रहने वाले तथा सेना की 18वीं जाट रेजिमेंट के सैनिक शहीद बबलू सिंह के परिजन रविवार को उस समय आश्चर्यचकित रह गए जब स्थानीय पुलिस एवं पीआरवी की दो टीमें उनके घर बेटी गरिमा का जन्मदिन मनाने के लिए गिफ्ट और केक लेकर पहुंच गए। शहीद के भाई सतीश सिंह ने बताया, यह वाकई हम सबके लिए तो बहुत सुखद अनुभव था ही, परंतु भतीजी गरिमा के लिए बहुत ही आश्चर्य व खुशियों से भरा मौका था।
उन्होंने बताया कि उसे उसके पिता शहीद बबलू सिंह बेहद प्यार करते थे और पांच साल पहले उनकी शहादत के वक्त वह केवल चार साल की थी। उसका भाई द्रोण उससे दो साल बड़ा है। उन्होंने बताया, हमारा मूल गांव तो फरह थाना क्षेत्र में झण्डीपुर है लेकिन भाई की शहादत के बाद हम लोग अब शहर के थाना हाईवे क्षेत्र की बालाजीपुरम कॉलोनी में ही रहते हैं और वहां जब सुबह अचानक पुलिस की दो गाड़ियां पहुंची और सीधे हमारे घर की ओर रुख किया। उन्होंने बताया कि जल्द ही वे गरिमा के नाम का बधाई संदेश लिखा केक और मिठाई के पैकेट लेकर आते दिखाई दिए तो सभी की खुशी पारावार न रहा। हम सभी को इस प्रकार बच्ची का जन्मदिन मनाने के लिए पुलिस का यकायक घर पर आ जाना दिल में गहरे तक छू गया।
उल्लेखनीय है कि बबलू सिंह वर्ष 2016 में जम्मू और कश्मीर के कुपवाड़ा जनपद में नौगांव सेक्टर में सीमा पर घुसपैठ करने का प्रयास कर रहे आतंकवादियों से मुठभेड़ होने पर शहीद हो गए थे। उन्हें उनके अदम्य शौर्य और साहस के लिए 15 जनवरी 2017 को सेना दिवस पर सेना मेडल से सम्मानित किया गया था। वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक गौरव ग्रोवर ने बताया, शहीद बबलू सिंह की वीरता और बहादुरी को सम्मान देते हुए उनकी बेटी को पिता की कमी ना खले, इसलिए उत्तर प्रदेश पुलिस ने उनके घर जाकर जन्मदिन की बधाई और शुभकामनाएं दीं। परिवार ने पुलिसकर्मियों का आभार व्यक्त किया।
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