बदायूँ (उप्र): शहर के जोगीपुरा इलाके में स्थित कांग्रेस पार्टी के कार्यालय को स्थानीय पुलिस ने उच्चतम न्यायालय के आदेश पर बृहस्पतिवार को खाली करा लिया। कार्यालय को खाली कराने पर कांग्रेस कार्यकर्ता और जिलाध्यक्ष ओमकार सिंह भावुक हो गए। पुलिस क्षेत्राधिकारी विनय द्विवेदी ने बताया कि बंदायू की सीनियर डिवीजन सिविल न्यायाधीश संगीता के आदेश पर पुलिस दल ने कांग्रेस कार्यालय को खाली कराया।
उन्होंने बताया कि उच्चतम न्यायालय के निर्देश पर सिविल न्यायाधीश ने कोतवाली के इंस्पेक्टर को छह अक्टूबर को एक आदेश जारी करते हुये आठ अक्टूबर तक इसे खाली कराने को कहा था और आज आदेश का पालन करते हुये इसे खाली करा लिया गया। वादी गिरीश जुनेजा का कहना है कि यह भवन किराये पर लिया गया था, कई बार खाली करने को कहा गया लेकिन कोई खाली नहीं किये जाने पर उन्होंने अदालतों का दरवाजा खटखटाया। कांग्रेस जिला इकाई अध्यक्ष ओमकार सिंह ने कहा कि यह कार्यालय सन 1935 से संचालित था जिसको खाली कराया जा रहा है। सिंह पार्टी कार्यकर्ताओं के साथ इसके खिलाफ कुछ समय के लिए धरने पर भी बैठे।
उत्तर प्रदेश के मुजफ्फरनगर में रालोद की रैली से पहले सुरक्षा व्यवस्था चाक-चौबंद की गई
उत्तर प्रदेश के मुजफ्फरनगर जिले में बृहस्पतिवार को राष्ट्रीय लोक दल (रालोद) की विशाल रैली से पहले सुरक्षा-व्यवस्था चाक-चौबंद कर दी गई है। पुलिस ने यह जानकारी दी। रालोद, हाल में लागू कृषि कानूनों और पार्टी नेता जयंत चौधरी समेत कार्यकर्ताओं पर कथित रूप से हुए लाठीचार्ज के विरोध में, यहां सरकारी कॉलेज के परिसर में रैली करेगा। पार्टी ने कहा कि उसके कार्यकर्ता जब हाथरस की घटना के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे थे तो पुलिस ने उनपर लाठीचार्ज किया था। पुलिस के एक अधिकारी ने कहा, ''रालोद की रैली से पहले मुजफ्फरनगर में पीएसी की 10 कंपनियों और करीब 1,000 पुलिसकर्मियों को तैनात किया गया है।'' रैली को कांग्रेस तथा समाजवादी पार्टी समेत विपक्षी दलों और खाप नेताओं का समर्थन हासिल है।
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