लोकसभा चुनाव परिणाम पर बोले पीएम नरेंद्र मोदी, कहा – अंकगणित पर केमेस्ट्री की जीत हुई है
पीएम नरेंद्र मोदी ने कहा कि अब राजनीतिक पंडितों को मानना होगा कि अंकगणित के आगे भी एक 'केमेस्ट्री' होती है। देश में आदर्शों और संकल्पों की जो केमेस्ट्री है, वह सारे अंकगणित को पराजित कर देती है। इस बार चुनाव में यही हुआ है।
वाराणसी। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने भाजपा के हिंदी पट्टी की पार्टी होने की गलत धारणा को खारिज करते हुए सोमवार को कहा कि लोकसभा चुनावों के नतीजे समूचे भारत में उसकी जीत का गवाह है। उन्होंने कहा कि ‘‘चुनाव में अंकगणित पर केमेस्ट्री की जीत हुई है।’’
पीएम नरेंद्र मोदी ने कहा कि अब राजनीतिक पंडितों को मानना होगा कि अंकगणित के आगे भी एक 'केमेस्ट्री' होती है। देश में आदर्शों और संकल्पों की जो केमेस्ट्री है, वह सारे अंकगणित को पराजित कर देती है। इस बार चुनाव में यही हुआ है।
न्होंने कहा, ‘‘ऐसा कोई क्षेत्र नहीं है जहां भाजपा का मत प्रतिशत नहीं बढ़ रहा है। हमारी असम में सरकार हैं, लद्दाख में निर्वाचित हो रहे हैं, फिर भी राजनीति पंड़ित कहते है (हमारी) हिंदी पट्टी की राजनीति है, यह गलत धारणा है, जो बनाई गई है।’’
‘तीन चुनाव के बाद भी नहीं खुले राजनीतिक पंडितों के दिमाग’
पीएम नरेंद्र मोदी ने कहा कि आज उत्तर प्रदेश पूरे देश में लोकतंत्र की नींव को और मजबूत कर रहा है लेकिन राज्य में वर्ष 2014, 2017 और 2019 की भाजपा की चुनावी जीत कोई मामूली चीज नहीं है। तीन चुनाव के बाद भी अगर राजनीतिक पंडितों के दिमाग नहीं खुलते हैं तो समझना चाहिये कि उनके विचार और तर्क 21वीं सदी के लिये नहीं रह गये हैं।
भाजपा को बताया देश में राजनीतिक हिंसा की सबसे बड़ी शिकार पार्टी
वाराणसी से दोबारा सांसद बनने के बाद पहली बार यहां आये मोदी ने कार्यकर्ताओं से खुलकर अपने दिल की बात कही। प्रधानमंत्री ने भाजपा को राजनीतिक हिंसा की सबसे बड़ी शिकार पार्टी बताते हुए कहा कि चाहे केरल हो, कश्मीर हो, बंगाल या फिर त्रिपुरा हो, वहां हमारे सैंकड़ों कार्यकर्ताओं ने शहादत मोल ली है। उन्हें सिर्फ राजनीतिक विचारधारा के कारण मौत के घाट उतार दिया गया।
उन्होंने कहा कि बंगाल में आज भी हत्याओं का दौर नहीं रुक रहा। केरल में भी हमें मौत के घाट उतार दिया जाता है। शायद ही कोई और दल इतनी व्यापक हिंसा का शिकार हुआ होगा। हिंसा को एक प्रकार से मान्यता दी गयी है। यह हमारे सामने बहुत बड़ा संकट है।
विपक्षी दलों पर किया प्रहार
पीएम मोदी ने कहा कि देश की राजनीति में ईमानदारी से लोकतंत्र को रग-रग में लेकर जीने वाला अगर कोई दल है तो वह भाजपा ही है। उन्होंने कहा कि जब दूसरे लोग सत्ता में आते हैं तो विपक्ष का नाम नहीं होता, मगर हम जब सत्ता में आते हैं तो विपक्ष का अस्तित्व शुरू होता है। त्रिपुरा को देख लीजिये, वहां 30 साल तक कम्युनिस्टों की सरकार थी, क्या वहां कोई विपक्ष था? आज हम त्रिपुरा में सत्ता में हैं, आज वहां जानदार और शानदार विपक्ष है, उसकी आवाज सुनी जाती है। संविधान हमें जिम्मेदारी देता है कि विपक्ष की आवाज को महत्व दें।
‘देश के लोकतंत्र को वोट बैंक की राजनीति ने कुचल दिया’
उन्होंने कहा कि हमारे देश के लोकतंत्र को वोट बैंक की राजनीति ने कुचल दिया है। वोट बैंक की राजनीति के दबाव में कोई सही बात रखने की हिम्मत नहीं करता था। लेकिन भाजपा ने इस चलन को बदला है। उन्होंने सरकार और संगठन के बीच तालेमल का जिक्र करते हुए कहा कि भाजपा ने इसे सही मायनों में साकार किया है। सरकार नीति बनाकर उस पर चलती है जबकि संगठन रणनीति बनाता है। कार्य के साथ कार्यकर्ता मिलकर चमत्कार करते हैं। हम आज यही कर रहे हैं। सरकार ने काम किया, लेकिन ये कार्यकर्ता ही है, जिन्होंने जनता में विश्वास पैदा किया कि अभी तो यह शुरुआत है।
काशी के लोगों का किया धन्यवाद
काशी के लोगों का धन्यवाद करते हुए कहा, ‘‘ काशी ने मुझे जो स्नेह दिया है, जो शक्ति मुझे दी, शायद ही ऐसा सौभाग्य किसी को मिलता हो। देश ने मुझे भले ही प्रधानमंत्री बनाया हो, लेकिन मैं आपके लिये कार्यकर्ता हूं। मेरे लिये आपका आदेश सर आंखों पर रहा है। 19 मई को जब मतदान होना था, मेरे मन में था कि कोई काम नहीं है, चलो काशी चलते हैं, मगर सोचा कि आपका आदेश है कि एक महीने तक यहां नहीं आना है। मैंने सोचा कि चलो यह बाबा नहीं, तो कोई और बाबा। कोई और उम्मीदवार चुनाव के समय इतना निश्चिंत नहीं होता है। इस निश्चिंततता का कारण आप लोग थे। इसलिये मैं केदारनाथ में बाबा के चरणों में जाकर मौज से बैठ सका था।