वाराणसी में पानी के जहाज का टर्मिलन शुरू, गंगा के रास्ते चलेंगे जहाज
प्रधानमंत्री ने टर्मिनल पर कोलकाता से आये पहले भारवाहक जहाज की अगवानी भी की
वाराणसी। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने आज अपने संसदीय निर्वाचन क्षेत्र वाराणसी में देश का पहला मल्टी मॉडल टर्मिनल राष्ट्र को समर्पित किया। प्रधानमंत्री ने गंगा नदी पर बने इस टर्मिनल का बटन दबाकर उद्घाटन किया। उन्होंने इस टर्मिनल पर कोलकाता से आये पहले भारवाहक जहाज की अगवानी भी की। यह जहाज गत अक्टूबर के अंतिम सप्ताह में कोलकाता से काशी के लिये रवाना हुआ था।
राष्ट्रीय जलमार्ग-1 (गंगा नदी) पर बन रहे चार मल्टी मॉडल टर्मिनलों में से इस पहले टर्मिनल को भारतीय अंतर्देशीय जलमार्ग प्राधिकरण द्वारा विश्व बैंक की मदद से जल विकास मार्ग परियोजना के तहत निर्मित किया गया है। करीब 5369.18 करोड़ रुपये की लागत से बने इस टर्मिनल पर आये खर्च को केन्द्र सरकार और विश्व बैंक ने आधा-आधा वहन किया है।
इसके पूर्व, वाराणसी पहुंचने पर प्रधानमंत्री के समक्ष जलमार्गों के बारे में एक प्रस्तुति दी गई। इसके अलावा उन्होंने उत्तर प्रदेश के वाराणसी और पश्चिम बंगाल के हल्दिया के बीच जलमार्ग के इस्तेमाल की व्यवहार्यता पर आधारित एक लघु फिल्म भी देखी। प्रधानमंत्री ने जिस मल्टी मॉडल टर्मिनल का उद्घाटन किया वह, परिवहन के सस्ते और पर्यावरण के प्रति मित्रवत साधन के रूप में अन्तर्देशीय जल परिवहन को बढ़ावा देने की महत्वाकांक्षी परियोजना का हिस्सा है। इस टर्मिनल के जरिये 1500 से 2000 टन के बड़े जहाजों की भी आवाजाही मुमकिन हो सकेगी।
अपने संसदीय निर्वाचन क्षेत्र वाराणसी को प्रधानमंत्री सोमवार को 2413 करोड़ रुपये की परियोजनाओं की सौगात देंगे। प्रधानमंत्री राष्ट्रीय राजमार्ग-56 के बाबतपुर से वाराणसी तक चार लेन चौड़ीकरण के कार्य, वाराणसी रिंग रोड फेज-1, आईडब्ल्यूटी, सीवरेज ट्रीटमेन्ट प्लाण्ट समेत विभिन्न परियोजनाओं का लोकार्पण करेंगे।
इसके अलावा मोदी इण्टरसेप्शन डाइवर्जन ऑफ ड्रेन एण्ड ट्रीटमेण्ट वर्क एट रामनगर-वाराणसी, किला कटरिया मार्ग पर आईआरक्यूपी का कार्य, पूर्व राष्ट्रीय मार्ग संख्या-7 पड़ाव रामनगर (टेगरा मोड़) मार्ग पर आईआरक्यूपी का कार्य, लहरतारा-काशी हिन्दू विश्वविद्यालय मार्ग पर उपरिगामी फुटपाथ का निर्माण, वाराणसी में हेलीपोर्ट का निर्माण, ड्राइवर प्रशिक्षण केन्द्र की स्थापना कार्य आदि परियोजनाओं का शिलान्यास करेंगे।