कानपुर: कानपुर के बिकरु कांड में विकास दुबे गैंग से पुलिस कनेक्शन का बड़ा सुबूत सामने आया है। विकास के सबसे विश्वसनीय साथी अमर दुबे की शादी में चौबेपुर थाने में तैनात दरोगा के के शर्मा शामिल हुआ था। इस फोटो में सबसे बाई तरफ खड़ा सख्स चौबेपुर थाने का निलंबित दारोगा है। के. के. शर्मा अमर दुबे की शादी में फोटो सेशन कराता रहा। इसके बाद अब खुद को बेकसूर बता सीबीआई जांच की मांग करने वाले दरोगा का पर्दाफाश हो गया है। हालांकि दरोगा केके शर्मा निलंबित हो चुका है और जेल में है।
कानपुर पुलिस ने चौबेपुर थाने के पूर्व प्रभारी विनय तिवारी और बिकरू इलाके के बीट प्रभारी (हल्का इंचार्ज) के.के.शर्मा को मुठभेड़ से पहले की सूचना बदमाशों को लीक करने के आरोप में गिरफ्तार कर लिया था। पुलिस महानिरीक्षक मोहित अग्रवाल ने बताया था कि तिवारी और शर्मा पर आरोप हैं कि दोनों ने मुठभेड़ से पहले ही सूचनाएं हिस्ट्रीशीटर बदमाश विकास दुबे को लीक कीं। दोनों पहले से निलंबित हैं।
विकास दुबे को पकड़ने गए पुलिस दल पर अपराधियों द्वारा हमला करने के बाद से ही संदेह के दायरे में आए तिवारी से पुलिस और एसटीएफ की टीम ने गहन पूछताछ की थी। उसके बाद तिवारी और शर्मा को निलंबित कर दिया गया था। कानपुर के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक दिनेश कुमार प्रभु ने बताया कि मुठभेड़ के बाद से दोनों निलंबित कर दिये गये थे।
उन्होंने बताया कि इन दोनो को पहले हिरासत में लेकर पूछताछ की गयी फिर बुधवार शाम इन्हें गिरफ्तार कर लिया गया। पुलिस प्रवक्ता ने बताया कि तिवारी और शर्मा के खिलाफ अलग से प्राथमिकी चौबेपुर थाने में दर्ज करायी गयी है। चौबेपुर थाने में तैनात सभी 68 पुलिसकर्मियों को लाइन हाजिर कर दिया गया था।
पुलिस के एक प्रवक्ता ने कहा था कि चौबेपुर थाने में तैनात सब इंस्पेक्टर, हेड कांस्टेबल और कांस्टेबल समेत 68 पुलिसकर्मियों की कर्तव्यनिष्ठा पर संदेश के आरोप में उन्हें लाइन हाजिर किया गया है।
गौरतलब है कि बृहस्पतिवार देर रात कानपुर के चौबेपुर थाना क्षेत्र के गांव बिकरू निवासी कुख्यात अपराधी विकास दुबे को उसके गांव पकड़ने पहुंची पुलिस टीम पर हमला कर दिया गया था जिसमें एक क्षेत्राधिकारी, एक थानाध्यक्ष समेत आठ पुलिसकर्मी मारे गये। मुठभेड़ में पांच पुलिसकर्मी, एक होमगार्ड और एक अन्य व्यक्ति घायल भी हो गया।
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