लखनऊ. देश में पिछले कुछ दिनों से पेट्रोल-डीजल के दामों में लगातार इजाफा देखने को मिल रहा है। देश में पेट्रोल और डीजल के दाम आसमान छू रहे हैं जिसको लेकर विपक्ष केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार पर हमलावर है। अब बहुजन समाज पार्टी की नेता और यूपी की पूर्व मुख्यमंत्री मायावती ने भी ट्वीट कर सरकार पर हमला बोला है। मायावती ने ट्वीट कर कहा कि देश में पेट्रोल, डीजल, रसोई गैस जैसी जरूरी वस्तुओं की कीमत पर से सरकारी नियंत्रण हटने के बाद इनके दाम बेलगाम होकर जिस प्रकार से तेजी से अनवरत बढ़ रहे हैं उससे हर जगह हाहाकार मचा हुआ है व जनता का जीवन अति-दुःखी व त्रस्त है। स्थिति की गंभीरता का संज्ञान लेकर सरकार इसका हल निकाले।
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मायावती ने अगले ट्वीट में केंद्र सरकार के साथ-साथ राज्य सरकारों पर भी निशाना साधा। उन्होंने कहा कि केन्द्र व राज्य सरकारें खासकर पेट्रोल व डीजल पर अतिरिक्त करों की जो मनमानी वृद्धि कर रही हैं उससे ही इनकी कीमतें आसमान छू रही हैं व करोड़ों गरीब व बेरोजगार जनता पर इसका सीधा बोझ आएदिन बढ़ रहा है। क्या संविधान ने ऐसी ही ’कल्याणकारी सरकार’ का सिद्धान्त सुनिश्चित किया है?
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SAD ने किया प्रदर्शन
शिरोमणि अकाली दल ने शनिवार को केंद्र सरकार से ईंधन के दामों में तत्काल कमी करने की अपील की और कहा कि पेट्रोल-डीजल की कीमतों में वृद्धि से देश की अर्थव्यवस्था पर बेहद बुरा प्रभाव पड़ सकता है, जो अभी कोरोना वायरस महामारी से उपजे संकट से उबरने में लगी है। अकाली दल ने पंजाब की कांग्रेस नीत सरकार से भी पेट्रोल-डीजल पर लगने वाले वैट में कमी करके जनता को राहत देने की मांग की।
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अकाली दल के प्रवक्ता दलजीत सिंह चीमा ने कहा कि केंद्र सरकार ने इस साल कई बार पेट्रोल और डीजल के दाम बढ़ाए हैं। उन्होंने एक बयान में कहा कि अंतरराष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल के दाम 63 डॉलर प्रति बैरल तक नीचे आने के बावजूद ईंधन की कीमतों में खासी वृद्धि की गई। चीमा ने जोर दिया कि हालात ऐसे बन गए हैं कि उच्चतम स्तर से इस मामले में तत्काल हस्तक्षेप की आवश्यकता है। शिअद नेता ने कहा कि आवश्यक वस्तुओं के दाम पहले ही काफी बढ़ चुके हैं और आने वाले दिनों में हालात बदतर हो सकते हैं।
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