लखनऊ: उत्तर प्रदेश विधानमंडल के बजट सत्र का आज (गुरुवार को) पहला दिन हंगामेदार रहा। विधान भवन परिसर स्थित चौधरी चरण सिंह प्रतिमा के सामने ही समाजवादी पार्टी (सपा) के साथ कांग्रेस विधायकों ने महंगाई, सीएए (नागरिकता संशोधन अधिनियम) व एनआरसी और किसान उत्पीड़न के विरोध में प्रदर्शन किया। सपा के दोनों सदनों के सदस्यों ने इस दौरान नागरिकता संशोधन कानून, बेरोजगारी, महंगाई, महिलाओं पर अत्याचार, गन्ना, धान व आलू किसानों की समस्याओं को लेकर योगी सरकार पर निशाना साधा। इस दौरान सपा विधायकों ने हाथों में तख्ती पकड़ रखी थी और साथ ही वे 'संविधान बचाओ देश बचाओ' के नारे भी लगा रहे थे।
विधानसभा में विरोधी दल के नेता समाजवादी पार्टी के रामगोविंद चौधरी ने कहा, "भाजपा (भारतीय जनता पार्टी) की सरकार ने अभी तक अपना कोई भी काम नहीं किया है। अखिलेश यादव जी के कार्यकाल के दौरान किए गए कामों का ही उद्घाटन हो रहा है। सरकार ने 25 फीट ऊंची कोई इमारत ही बना दी हो, इसकी भी जानकारी वह नहीं दे सकते हैं। सरकार प्राइवेट लिमिटेड लोगों की ही मदद कर रही है और निजीकरण को ही बल दे रही है। आखिर जनता को कब तक गुमराह किया जाएगा।"
उधर कांग्रेस विधानमंडल दल की नेता आराधना मिश्रा मोना और एमएलसी दीपक सिंह भी सीएए व एनआरसी वापस लेने की तख्तियां लेकर प्रदर्शन में बैठे।
गौरतलब है कि सदन 13 फरवरी से सात मार्च तक चलेगा। पहले दिन राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने 11 बजे दोनों सदनों की संयुक्त बैठक में अभिभाषण किया। 14, 17, 18 व 19 फरवरी को अभिभाषण पर चर्चा होगी। 18 फरवरी को 11 बजे वित्तीय वर्ष 2020-21 का बजट पेश किया जाएगा। इस दिन नियम-56 के मामले नहीं लिए जाएंगे। 20 फरवरी से बजट पर चर्चा प्रारंभ होगी। 24, 25, 26, 27 फरवरी को आम चर्चा होगी।
Latest Uttar Pradesh News