लखनऊ। 8 पुलिस कर्मियों की हत्या के आरोपी विकास दुबे के कानपुर के अवैध मकान के को गिराने के बाद अब प्रशासन की नजर उसके लखनऊ वाले घर पर है। रविवार दिन में लखनऊ विकास प्राधिकरण की टीम उसके कृष्णानगर इलाके में स्थित घर पर पहुंची है और घर की नाप नपाई के बाद घर के नक्शे और बाकी चीजो की जांच की जा रही है, इसके अलावा यह भी भी जाच हो रही है कि घर कही अवैध कब्जे वाली जमीन या गलत मानचित्र पर तो नही बनाया गया है। प्राधिकरण की टीम अपने साथ जरूरी कागजात लेकर चली गई है।
सिर्फ विकास दुबे ही नही बल्कि लखनऊ मे स्थित उसके भाई दीप प्रकाश दुबे के घर की भी जांच की जा रही है और प्राधिकरण उसके भी दस्तावेज अपने साथ लेकर चला गया है।
कानपुर जिला मुख्यालय से लगभग 45 किलोमीटर दूर बिकरू गांव में शुक्रवार को एक मुठभेड़ में पुलिस उपाधीक्षक समेत आठ पुलिसकर्मियों के मारे जाने के बाद प्रशासन ने शनिवार को कुख्यात अपराधी विकास दुबे के किलेनुमा घर को ढहा दिया। अधिकारियों ने बताया कि शनिवार को विकास दुबे के बिकरू स्थित घर को जेसीबी की मदद से गिरा दिया गया। इस दौरान वहां खड़े वाहनों को भी नष्ट कर दिया गया। इस मौके पर वहां भारी संख्या में पुलिसकर्मी मौजूद थे।
पुलिस द्वारा विकास दुबे का घर गिराये जाने की बाबत सवाल पूछे जाने पर कानपुर के पुलिस महानिरीक्षक मोहित अग्रवाल ने बताया, ''गांव के लोगों का कहना था कि दुबे ने दबंगई और गुंडागर्दी से लोगों की जमीन पर कब्जा किया था और लोगों से जबरन वसूली कर घर बनाया था। गांव में यह अपराध का गढ़ था, गांव वालो में उसके प्रति बहुत गुस्सा था।'' उन्होंने बताया कि दुबे के परिवार वालों पर गांव के नाराज लोगों ने हमला भी किया था लेकिन पुलिस की मौजूदगी के कारण कोई हादसा नहीं हुआ।
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