लखनऊ: उत्तर प्रदेश में चार विधान परिषद की सीट के लिये आज अधिसूचना जारी हो गई। 5 सितम्बर तक इन 4 सीटों के लिये नामांकन किये जा सकेंगे। विधान परिषद की 4 सीट पर चुनाव होने से यूपी में योगी सरकार के एक मंत्री की छुट्टी होना तय है। यूपी सरकार में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के अलावा दो डिप्टी सीएम और दो मंत्री ऐसे है जो न तो विधान सभा के सदस्य है और न ही विधान परिषद के। नियमों के मुताबिक इन पांचों को मंत्री बनने के 6 महीने यानी 18 सितम्बर तक एमएलए या एमएलसी बन जाना चाहिए, योगी सरकार ने 19 मार्च को शपथ ली थी।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और डिप्टी सीएम केशव मौर्य एमपी हैं, डिप्टी सीएम डॉ दिनेश शर्मा, मंत्री मोहसिन रज़ा और स्वतंत्र देव सिंह किसी भी सदन के सदस्य नही है। एक सीट की कमी ने बीजेपी के सामने मुश्किल खड़ी कर दी है। सूत्रों के मुताबिक बीजेपी इस मुश्किल से निकलने के लिये केशव मौर्य को मंत्री पद से इस्तीफा दिला के बीजेपी का प्रदेश अध्यक्ष बनाये रखने पर विचार कर रही है। ऐसे में केशव प्रसाद मौर्य फूलपुर से एमपी बने रह सकते है। सूत्रों के मुताबिक योगी आदित्यनाथ और डॉ दिनेश शर्मा का विधान परिषद जाना लगभग तय है।
अगर केशव प्रसाद मौर्य मंत्री बने रहते है तो फिर मोहसिन रज़ा या स्वतंत्र देव सिंह की कैबिनेट से छुट्टी होगी। मोहसिन रज़ा योगी सरकार में अकेला मुस्लिम चेहरा हैं। ऐसे में कहा जा रहा है कि स्वतंत्र देव सिंह से इस्तीफा दिला कर उन्हें राज्यसभा भेजा जा सकता है। पूर्व रक्षा मंत्री मनोहर पार्रिकर के इस्तीफे के बाद राज्यसभा की सीट खाली है। पिछले दिनों समाजवादी पार्टी कोटे के 5 एमएलसी (यशवंत सिंह, सरोजनी अग्रवाल, बुक्कल नवाब, अशोक वाजपेयी,अम्बिका चौधरी) और बसपा (जयवीर सिंह) के एक सदस्य ने विधान परिषद से इस्तीफा दे दिया था। लेकिन इनमें से दो एमएलसी जयवीर सिंह और अम्बिका चौधरी का कार्यकाल एक साल से कम बचा है इसलिये इन दोनों सीट पर चुनाव नहीं हो रहा। जिससे बीजेपी के सामने मुश्किल खड़ी कर दी है।
आज नॉमिनेशन के पहले दिन किसी ने भी पर्चा दाखिल नहीं किया। 5 सितम्बर तक इन चार सीट के लिए पर्चे दाखिल किये जा सकते हैं और ज़रूरत हुई तो 15 सितम्बर को चुनाव होंगे। सूत्रों का कहना है कि इस मुश्किल से निकलने का रास्ता पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह निकालेंगे।
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