नोएडा: ग्रेटर नोएडा के एक सरकारी अस्पताल में चार महीने के एक बच्चे को मृत अवस्था में लाए जाने के दो दिन बाद अधिकारियों ने सोमवार को बच्चे के पिता में कोरोना वायरस संक्रमण होने की पुष्टि की है। हालांकि सरकारी चिकित्सा विज्ञान संस्थान (जीआईएमएस) के अधिकारियों ने बच्चे की मौत का कारण कोरोना वायरस होने से इनकार किया है क्योंकि उसकी जांच के नतीजे में सोमवार को कोरोना वायरस की पुष्टि नहीं हुई।
अधिकारियों ने कहा कि बच्चे की मां में भी संक्रमण की पुष्टि नहीं हुई। जीआईएमएस के अधिकारियों ने बताया कि बच्चे को मृत अवस्था में अस्पताल लाया गया था। अस्पताल के निदेशक ब्रिगेडियर राकेश गुप्ता (सेवानिवृत्त) ने बताया कि बच्चे के पिता को पृथक-वास में रखा गया है। गौतमबुद्ध नगर जिले के जिलाधिकारी सुहास एल वाई ने भी इसकी पुष्टि की है कि बच्चे की मौत कोरोना वायरस से नहीं हुई थी।
इस बीच गौतमबुद्ध नगर जिले में आठ स्वास्थ्यकर्मियों सहित 14 लोगों के कोरोना वायरस से संक्रमित होने की पुष्टि हुई। इसके साथ ही जिले में कुल संक्रमितों की संख्या बढ़कर 129 हो गई है। अधिकारियों ने बताया कि सोमवार को जो नये मामले आए हैं उनमें छह सुपर स्पेशियलिटी बाल चिकित्सालय एंव परास्नातक शिक्षण संस्थान (बाल पीजीआई) के स्वास्थ्य कर्मी है जबकि ईएसआई और जिला अस्पताल के एक-एक कर्मी के भी कोरोना वायरस से संक्रमित होने की पुष्टि हुई है।
उन्होंने बताया कि सोमवार को सामने आए बाकी मामले ग्रेटर नोएडा पाई-1 सेक्टर, कुलेसरा, जोंछना, चौडा गांव, नोएडा सेक्टर 31 का निठारी और सेक्टर 63 का छोटपुर गांव से आए हैं। जिला निगरानी अधिकारी सुनील दोहरे ने बताया, ‘‘कुल 186 नमूनों की जांच रिपोर्ट गत 24 घटे में आई है जिनमें से 14 के कोरोना पॉजिटिव होने की पुष्टि हुई है। अब तक गौतमबुद्ध नगर जिले में 129 मामले सामने आए हैं।’’
उन्होंने बताया, ‘‘ अब तक कोविड-19 के 71 मरीजों को ठीक होने के बाद अस्पतालों से छुट्टी दी गई है और शेष 58 मरीजों का अस्पताल में इलाज चल रहा है। आधिकारिक आंकड़ों के मुताबिक जिले में कोविड-19 मरीजों के ठीक होने की दर 55.03 प्रतिशत है। स्वास्थ्य विभाग के मुताबिक जिले में अब तक 3,530 नमूनों की जांच की गई है।
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