लखनऊ: उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में कोरोना वायरस के नए मामलों में पहले के मुकाबले काफी कमी देखने को मिल रही है। अप्रैल के दौरान लखनऊ में कोरोना के दैनिक मामले जिस रिकॉर्ड स्तर तक पहुंच गए थे अब उसके मुकाबले रोजाना आधे से भी कम मामले देखने को मिल रहे हैं। सिर्फ लखनऊ ही नहीं बल्कि पूरे यूपी में अब पहले के मुकाबले काफी कम कोरोना केस दर्ज किए जा रहे हैं।
उत्तर प्रदेश स्वास्थ्य विभाग की तरफ से जारी किए गए आंकड़ों के अनुसार लखनऊ में पिछले 24 घंटों के दौरान 2407 नए कोरोना मामले दर्ज किए गए हैं जो 8 अप्रैल के बाद आए एक दिन में सबसे कम मामले हैं। अप्रैल के दौरान शहर में मामले रिकॉर्ड स्तर तक पहुंच गए थे। 8 अप्रैल के लखनऊ में 2369 नए कोरोना मामले दर्ज किए गए थे, इसके बाद 9 अप्रैल को मामले बढ़कर 2934 हुए और 10 अप्रैल को आंकड़ा बढ़कर 4059 तक पहुंचा। इसके बाद 16 अप्रैल को रिकॉर्ड बना जिस दिन एक दिन के अंदर 6598 नए कोरोना केस दर्ज किए गए। हालांकि इसके बाद शहर में मामले लगातार कम होना शुरू हुए थे, 3 मई को जो आंकड़े आए थे उनके अनुसार 24 घंटों के दौरान शहर में 3058 नए कोरोना मामले आए थे जो आज घटकर 2407 रह गए हैं।
इस बीच प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने राज्य में सामुदायिक भोजनालयों के संचालन की जरूरत पर जोर देते हुए मंगलवार को निर्देश दिए कि कोरोना कर्फ्यू के दौरान कोई भी व्यक्ति भूखा ना रहे। राज्य सरकार के एक प्रवक्ता ने यहां बताया कि मुख्यमंत्री ने कोविड-19 महामारी के प्रबंधन की समीक्षा करते हुए कहा कि आंशिक कोरोना कर्फ्यू के कारण कहीं भी किसी श्रमिक, ठेला, रेहड़ी व्यवसायी, दिहाड़ी मजदूर को भोजन की समस्या न हो, ऐसे में 'सामुदायिक भोजनालयों' के संचालन की आवश्यकता है।
उन्होंने कहा "कृषि उत्पादन आयुक्त स्तर से इस संबंध में आवश्यक प्रयास किए जाएं। औद्योगिक इकाइयों में भोजन का आवश्यकतानुसार प्रबन्ध रहे। कोई भी व्यक्ति भोजन के अभाव में परेशान न हो, इसे सुनिश्चित किया जाए।" योगी ने कहा कि कोरोना संक्रमण की श्रृंखला तोड़ने के लिए सरकार लगातार जरूरी कदम उठा रही है। वर्तमान में छह मई सुबह सात बजे तक आंशिक कोरोना कर्फ्यू प्रभावी है और इस अवधि में आवश्यक और अनिवार्य सेवाएं सतत जारी रखी जाएं।
मुख्यमंत्री ने घरों में रहकर इलाज करा रहे कोविड-19 संक्रमित मरीजों को ऑक्सीजन की आपूर्ति सुनिश्चित करने के लिए व्यवस्था बनाते हुए आदेश दिए कि सभी जिलों में एक-एक ऑक्सीजन रीफिलर को घर में पृथक-वास के मरीजों को आपूर्ति करने के लिए नामित किया जाए। अगर किसी मरीज के परिजन सिलिंडर रीफिलिंग के लिए प्रयासरत हों तो उनकी मदद की जाए। पुलिस द्वारा उनके किसी प्रकार के उत्पीड़न किये जाने की शिकायत न आये। योगी ने कोविड बेड बढ़ाए जाने के सरकार के प्रयासों का जिक्र करते हुए कहा कि लखनऊ में एचएएल द्वारा 250 बेड का अस्पताल जल्द ही क्रियाशील ही जायेगा।
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