इटावा. भारतीय जनता पार्टी ने समाजवादी पार्टी में बड़ी सेंधमारी की है। भाजपा ने यूपी में चल रहे जिला पंचायत चुनाव में समाजवादी पार्टी के संस्थापक मुलायम सिंह यादव की भतीजी संध्या यादव को अपना प्रत्याशी बनाया है। संध्या याजव बदांयू के पूर्व सांसद धर्मेंद्र यादव की बहन हैं और फिलहाल में निर्वतमान जिला पंचायत अध्यक्ष भी है। उन्होंने पिछली बार 2015 में समाजवादी पार्टी से ही जिला पंचायत अध्यक्ष पद का चुनाव भी जीता था।
क्यों बदले समीकरण
दरअसल कहा जाताहै कि संध्या यादव को जिला पंचायत अध्यक्ष पद से हटाने के लिए समाजवादी पार्टी के ही एक विधायक के इशारे पर 2017 में अविश्वास प्रस्ताव लाया गया था लेकिन भारतीय जनता पार्टी ने संध्या यादव की मदद की और अपनी कुर्सी बचा ले गईं, इसके बाद से ही उनके और भारतीय जनता पार्टी नेतृत्व के बीच करीबियां बढ़ती चली गईं और उन्होंने अपना कार्यकाल पूरा किया।
क्या चुनाव बाद देंगी सपा को बड़ा झटका?
संध्या यादव निर्वतमान जिला अध्यक्ष हैं। उन्हें साल 2017 में अध्यक्ष पद से सपा की तरफ से हटाने की कोशिश की गई थी, इसबार वो चुनाव जीतती हैं तो फिर भाजपा की तरफ से अध्यक्ष पद पर दावेदारी जता सकती हैं। अगर भाजपा उन्हें अध्यक्ष पद का दावेदार बनाती है तो जानकारों का मानना है कि वो समाजवादी पार्टी के कई सदस्यों को तोड़ने में सफल रह सकती हैं।
संध्या के पति पहले ही थाम चुके हैं भाजपा का दामन
संध्या यादव के पति पहले ही भारतीय जनता पार्टी में शामिल हो चुके हैं और अब भाजपा ने उन्हें अपना प्रत्याशी बनाया है। इससे पहले संध्या के पति अनुजेश प्रताप सिंह समाजवादी पार्टी का गढ़ रहे फिरोजाबाद में भी भाजपा का समर्थन कर चुके है। फिरोजाबाद में विधानसभा चुनाव में भाजपा ने लंबे समय बाद ने ज्यादातर सीटों पर परचम लहराया था। फिरोजाबाद में 2019 में अक्षय यादव को चुनाव में हार का सामना करना पड़ा था, अक्षय 2014 में मोदी लहर में भी चुनाव जीतने में सफल रहे थे लेकिन 2019 में बसपा से गठबंधन के बावजूद वो सपा के टिकट पर चुनाव हार गए।
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