बांदा। पंजाब के रोपड़ जेल से बांदा जेल के बैरक नंबर 16 में पहुंचे माफिया डॉन मुख्तार अंसारी की पहली रात बड़ी ही बेचैनी से कटी। जेल सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार मुख्तार अंसारी आधी रात तक सो नहीं पाया और पूरी रात वह करवटें बदलता रहा। सूत्रों के अनुसार जेल के मछरों से तंग मुख्तार को देर रात नींद आई और देर से नींद आने की वजह से वह गुरुवार सुबह देर उठा।
क्योंकि रातभर मुख्तार अंसारी को मच्छरों ने परेशान किया हुआ था तो ऐसे में गुरुवार सुबह उठते ही उसने सबसे पहले जेल प्रशासन से मच्छरदानी की मांग की। मुख्तार की मांग के बाद जेल प्रशासन ने नियमों के अनुसार उसे मच्छरदानी दी है।
बांदा जेल के सूत्रों ने बताया कि मुख्तार अंसारी को इस बार जेल मैन्युअल के हिसाब से जेल में रहना पड़ रहा है और इस बार उसे जेल में किसी तरह की वीआईपी सुविधा नहीं दी गई है। सूत्रों के अनुसार जेल के आम कैदियों की तरह ही मुख्तार का बिस्तर जमीन पर लगा हुआ था। हालांकि, उसे जमीन पर लगे बिस्तर पर नींद नहीं आ रही थी। जेल सूत्रों ने यह भी बताया कि अंसारी को जेल में बना हुआ खाना ही मिल रहा है और उसे जो खाना दिया गया ता उसमें से उसने सिर्फ एक रोटी और थोड़ी सी दाल खायी थी।
बुधवार तड़के जब मुख्तार बांदा जेल पहुंचा तो उसने बोला कि वो काफी थक हुआ है जिसके बाद उसे आराम करने के लिए उसके बैरक में शिफ्ट कर दिया गया जंहा उसे सुबह की चाय और ब्रेड दिया गया। उसके बाद दोपहर का खाना और फिर शाम की चाय और रात का थोड़ा खाना ही खाया, लेकिन जेल सूत्रों के मुताबिक उसे जेल का खाना पसंद नही आया।
इस बीच मुख्तार का बांदा जेल में कोरोना टेस्ट भी हुआ है और उसकी रिपोर्ट निगेटिव आई है। जेल सूत्रों के अनुसार फिलहाल मुख्तार को कोई खास समस्या बीमारी के लिहाज से नहीं दिख रही है।
Latest Uttar Pradesh News