बांदा. बाहुबली विधायक और गैंगस्टर मुख्तार अंसारी को लेकर यूपी पुलिस बांदा जेल पहुंच चुकी है। यूपी पुलिस कल मंगलवार को मुख्तार को पंजाब की रोपड़ जेल से लेकर निकली थी और आज 900 किलोमीटर का लंबा सफर तय करने के बाद पुलिस सुबह तड़के साढ़े चार बजे बांदा पहुंची। अधिकारियों से मिली जानकारी के अनुसार, मुख्तार अंसारी को जेल की बैरक नंबर 15 में रखा जाएगा। इस बैरक में रोशनी, पेयजल व्यवस्था और साफ सफाई पहले की दुरुस्त की जा चुकी है और इस बैरक में अन्य कैदियों की आवाजाही पर रोक लगा दी गयी है और बैरक के अंदर भी तीन सुरक्षाकर्मियों की तैनाती रहेगी।
बांदा जेल में यूपी पुलिस द्वारा सुरक्षा के पुख्ता बंदोबस्त किए गए हैं, जेल की हर दीवार पर सीसीटीवी कैमरे की जरिए नजर रखी जा रही है। चप्पे चप्पे पर पुलिस बल को तैनात किया गया है। कहा जा सकता है कि बांदा जेल को यूपी पुलिस ने छावनी में तब्दील कर दिया है। पंजाब से कल दोपहर करीब दो बजे मुख्तार को लेकर निकला यूपी पुलिस का काफिला मंगलवार शाम करीब 6 बजे उत्तर प्रदेश की सीमा में प्रवेश कर गया था।
पुलिस के एक अधिकारी ने बताया कि मुख्तार अंसारी की सुरक्षा को दृष्टिगत रखते हुए बांदा शहर के होटलों और मकानों के किरायेदारों की भी छानबीन की जा रही है। बांदा के प्रभारी जेलर प्रमोद तिवारी ने मंगलवार को बताया कि अब तक खुला रहने वाला जेल परिसर का मुख्य द्वार बंद कर दिया गया है और तलाशी के बाद सिर्फ ड्यूटी पर आने वाले जेलकर्मियों को ही प्रवेश की अनुमति है।
डरा हुआ है मुख्तार का परिवार!
मुख्तार अंसारी के बड़े भाई और गाजीपुर से बहुजन समाज पार्टी के सांसद अफजाल अंसारी ने मुख्तार अंसारी को उत्तर प्रदेश की जेल में रखे जाने के दौरान कोई षड्यंत्र रचे जाने की आशंका जताई है । इस बीच उत्तर प्रदेश सरकार के मंत्री और राज्य सरकार के प्रवक्ता सिद्धार्थनाथ सिंह ने सोमवार को आरोप लगाया था कि पंजाब सरकार ने हर संभव प्रयास किया कि मुख्तार अंसारी को उत्तर प्रदेश पुलिस के हवाले न किया जाए, लेकिन उत्तर प्रदेश सरकार के प्रयास के बाद उच्चतम न्यायालय ने अंसारी को उत्तर प्रदेश भेजने का आदेश दिया।
पत्रकारों से बातचीत में उन्होंने कहा, ''योगी आदित्यनाथ की सरकार में किसी भी अपराधी को बख्शा नहीं जाएगा, माफिया को खत्म करने की प्रक्रिया शुरू हो गई है और राज्य में कानून-व्यवस्था कायम रहेगी।'' उन्होंने सपा, बसपा और कांग्रेस जैसे दलों पर मुख्तार अंसारी को बचाने का आरोप लगाया। उल्लेखनीय है कि मुख्तार अंसारी एक मामले में पंजाब की रोपड़ जेल में बंद थe। अंसारी को लाने के लिए राज्य सरकार और पंजाब सरकार के बीच उच्चतम न्यायालय तक मामला चला। 26 मार्च को शीर्ष अदालत ने फैसला सुनाते हुए मुख्तार अंसारी को उत्तर प्रदेश भेजने का आदेश दिया था। न्यायालय ने पंजाब की जेल में बंद मुख्तार अंसारी को दो सप्ताह में उत्तर प्रदेश भेजने का निर्देश दिया था। आपको बता दें कि उत्तर प्रदेश और अन्य राज्यों में अंसारी के खिलाफ 52 मामले दर्ज हैं और इनमें 15 में पड़ताल चल रही है।
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