लखनऊ. लॉकडाउन के कारण देश के विभिन्न हिस्सों मे फंसे उत्तर प्रदेश के कामगारों को वापस लाने का काम अगले दो-तीन दिन में पूरा हो जाएगा। उत्तर प्रदेश सरकार के वरिष्ठ अधिकारी ने इस आशय की जानकारी देते हुए बृहस्पतिवार को बताया कि अन्य राज्यों ने सूचित किया है कि वापसी के इच्छुक प्रवासी उनके यहां नहीं हैं या बहुत कम संख्या में हैं।
अपर मुख्य सचिव, गृह और सूचना अवनीश अवस्थी ने बताया, ‘‘ट्रेनों और बसों से प्रवासी कामगारों को वापस लाने का पूरा अभियान अगले दो-तीन दिन में समाप्त हो जाएगा। अभी तक करीब 26 से 27 लाख प्रवासी लौटे हैं।’’ उन्होंने बताया कि गुजरात, दिल्ली, पंजाब, तेलंगाना, कर्नाटक, राजस्थान, हरियाणा आदि राज्यों से ज्यादातर प्रवासी श्रमिक वापस आ चुके हैं और इन राज्यों से वापस आने वाले श्रमिकों की संख्या अब नगण्य है।
उन्होंने बताया कि अभी तक प्रवासी श्रमिकों को लेकर राज्य में 1,411 ट्रेनें आयी हैं और अगले कुछ दिन में इनकी संख्या 1,551 हो जाएगी। अवस्थी ने बताया कि अब प्रदेश में महाराष्ट्र और कुछ दक्षिणी राज्यों से ट्रेनें आनी हैं। राज्य में सबसे ज्यादा 490 ट्रेनें गुजरात से आयी हैं, जबकि महाराष्ट्र से 327, पंजाब से 228, दिल्ली से 94, कर्नाटक से 53 और राजस्थान से 33 ट्रेनें आयी हैं।
दूसरे राज्यों से बिहार पहुंचने वाली ट्रेनों की संख्या भी हो रही है कम
सूचना जनसंपर्क विभाग के सचिव अनुपम कुमार ने कहा कि माइग्रेंट्स के आने की प्रक्रिया अब अंतिम चरण में है। आज 73 ट्रेन से 1,02,900 माइग्रेंट्स बिहार आ रहे हैं। कल 46 ट्रेन से 42,900 लोग बिहार आएंगे। उन्होंने बताया कि ब्लॉक quarantine सेंटरों में रह रहे लोगों की संख्या भी कम हुई है। 5 लाख 79 हजार 908 लोग सेंटर में रहने की अवधि को पूरा करके अपने घरों को लौट चुके हैं। अभी 13684 quarantine सेंटरों पर 658133 लोग रह रहे हैं।
With inputs from Bhasha
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