लखनऊ: राजस्थान में दलित की पीटकर हत्या किए जाने के मामले पर कांग्रेस पर निशाना साधते हुए बहुजन समाज पार्टी (BSP) प्रमुख मायावती ने मंगलवार को कहा कि उत्तर प्रदेश के लखीमपुर खीरी की तरह ही इस मामले का भी सुप्रीम कोर्ट अगर स्वतः संज्ञान ले तो बेहतर होगा। बसपा सुप्रीमो ने अपने ट्वीट में कांग्रेस पर निशाना साधते हुए कहा कि राजस्थान में एक दलित की पीट-पीट कर हत्या की निन्दा पूरे देश में हुई, लेकिन इस मसले पर न तो कांग्रेस का नेतृत्व ही बोला और न ही अपने दलित नेताओं को बोलने दिया।
‘सुप्रीम कोर्ट स्वत: संज्ञान ले तो बेहतर होगा’
बसपा सुप्रीमो मायावती ने अपने ट्वीट में आगे कहा, ‘यही कारण है कि राजस्थान के इस हत्याकाण्ड के सम्बंध में 3 दिन बाद प्राथमिकी दर्ज की गई है, जिससे पीड़ित परिवार को सरकार से न्याय मिलने की संभावना कम ही लगती है। अतः उत्तर प्रदेश के लखीमपुर खीरी की तरह ही इस मामले का भी माननीय उच्चतम न्यायालय अगर स्वतः संज्ञान लें तो बेहतर।’ बता दें कि राजस्थान के हनुमानगढ़ जिले के प्रेमपुरा में 7 अक्टूबर को कुछ लोगों ने जगदीश नामक दलित व्यक्ति को कथित तौर पर लाठियों से पीटा जिससे उसकी मौत हो गई थी।
‘शव को घर के बाहर फेंक दिया था’ पुलिस ने बताया कि आरोपियों ने जगदीश की हत्या के बाद शव को उसके घर के बाहर फेंक दिया था। मृतक के परिजनों ने आरोपियों की शीघ्र गिरफ्तारी की मांग को लेकर शव लेने से मना कर दिया था। आरोपियों ने पूरी घटना का वीडियो बनाया था। पुलिस के अनुसार, दलित की हत्या प्रेम प्रसंग के चलते की गई। इस संबंध 11 लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है। हनुमानगढ़ जिले में दलित युवक की पीट-पीटकर हत्या करने के मामले में 3 लोगों को हिरासत में लिया गया है।
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