क्या यूपी चुनाव में फिर दिखेगी सपा-बसपा गठबंधन? मायावती ने दिया जवाब
मायावती ने यूपी की राजधानी लखनऊ में आयोजित एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि बहुजन समाज पार्टी उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड के आगामी विधानसभा चुनावों के लिए किसी भी राजनीतिक दल के साथ कोई गठबंधन नहीं करेगी।
लखनऊ. अगले साल उत्तर प्रदेश में विधानसभा चुनाव होने हैं। इन चुनावों को लेकर सभी राजनीतिक दलों ने अभी से तैयारियां शुरू कर दी हैं। साल 2019 में हुए लोकसभा चुनाव में यूपी में समाजवादी पार्टी और बहुजन समाज पार्टी ने एक साथ मिलकर चुनाव लड़ा था लेकिन बसपा सुप्रीमों मायावती ने आगामी विधानसभा चुनाव को लेकर लगाए जा रहे ऐसे सभी कयासों को खारिज कर दिया है। मायावती ने यूपी की राजधानी लखनऊ में आयोजित एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि बहुजन समाज पार्टी उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड के आगामी विधानसभा चुनावों के लिए किसी भी राजनीतिक दल के साथ कोई गठबंधन नहीं करेगी।
उत्तर प्रदेश की चार बार मुख्यमंत्री रह चुकीं मायावती ने कहा कि उनकी पार्टी अपने दम पर दोनों प्रदेशों में सभी विधानसभा क्षेत्रों में चुनाव लड़ेगी। इसके अलावा मायावती ने किसान कानूनों और किसान आंदोलन को लेकर मोदी सरकार को निशाने पर लिया। मायावती ने कहा, "अपने जन्मदिन के मौके पर मैं केंद्र सरकार से आग्रह करती हूं कि किसानों की सभी मांगों को मान लेना चाहिए जिसमें तीन कृषि क़ानूनों को वापस लेना विशेष है। किसान अपने हित और अहित को अच्छी तरह से समझते हैं।"
कोरोना वैक्सीनेशन को लेकर भी कही बड़ी बात बसपा प्रमुख मायावती ने कहा कि देश में कल से शुरू हो रहे कोरोना टीकाकरण अभियान का BSP स्वागत करती है। हमारी पार्टी का विशेष अनुरोध है कि केंद्र सरकार कोरोना वैक्सीन मुफ़्त में दे। अगर केंद्र सरकार हमारे इस अनुरोध को स्वीकार नहीं करती है तो सभी राज्य सरकारों को ये सुविधा मुफ़्त में देनी चाहिए। उन्होंने आगे कहा कि अगर केंद्र और उत्तर प्रदेश की वर्तमान भाजपा सरकार यहां के आम लोगों को ये (कोरोना टीकाकरण) सुविधा मुफ़्त में नहीं देती तो इस बार यहां BSP की सरकार बनने पर ये सुविधा मुफ़्त में दी जाएगी।