लखनऊ. बहुजन समाज पार्टी की अध्यक्ष एवं उत्तर प्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री मायावती ने रविवार को कहा कि देश में पेट्रोल-डीज़ल की बढ़ती क़ीमतों के कारण ज़रूरी वस्तुओं के दाम बढ़े हैं और इससे आम जनता परेशान है पर न तो राज्य सरकार इस पर ध्यान दे रही है और न ही केन्द्र सरकार।
मायावती ने एक ट्वीट में कहा कि एक तरफ जनता कोरोना वायरस संक्रमण से परेशान है तो वहीं दूसरी ओर पेट्रोल और डीजल की लगातार बढ़ती कीमतों के कारण जरूरी वस्तुओं के दाम बढ़ने से जनता दुखी है लेकिन केन्द्र और राज्य सरकारें इस ओर ध्यान नहीं दे रही हैं,यह अति-दुःखद है।
उन्होंने एक अन्य ट्वीट में कहा कि देश के कई राज्यों में पेट्रोल व डीजल की कीमत लगभग 100 रुपये पहुंच जाने से लोगों में आक्रोश की खबर लगातार मीडिया की सुर्खियों में है। ऐसे में बसपा यह मांग करती है कि संक्रमण के इलाज संबंधी उपकरणों आदि पर जीएसटी कर को कम करके न्यायोचित बनाने की तरह ही सरकार महंगाई कम करने पर भी ध्यान दे।
रविवार को पेट्रोल, डीजल की कीमतों में कोई बदलाव नहीं
पिछले एक महीने से लगातार बढ़ रहे ईंधन के दाम राष्ट्रीय राजधानी में रविवार को अपरिवर्तित रहे। दिल्ली में शनिवार को पेट्रोल 96.12 रुपये जबकि डीजल 86.98 रुपये प्रति लीटर पर बिका था। देश भर में पिछले दो दिनों से लगातार ईंधन की कीमतों में इजाफा हुआ है।
देश की आर्थिक राजधानी मुंबई में पेट्रोल और डीजल दोनों क्रमश: 102.30 रुपये और 94.39 रुपये प्रति लीटर बिके। जबकि 29 मई को मुंबई देश का पहला महानगर बन गया जहां पेट्रोल की कीमत 100 रुपये प्रति लीटर को पार कर गई। देर से ही सही, कच्चे तेल की कीमतें भी बढ़ रही हैं। ब्रेंट क्रूड इस समय 72 डॉलर प्रति बैरल से ऊपर है।
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