'कुंभ की आलोचना करने वाले और मंदिर जाने को सांप्रदायिकता कहने वाले अब अपना रंग-ढंग बदल रहे हैं'
शनिवार को उत्तर प्रदेश के डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य ने इंडिया टीवी के कार्यक्रम चुनाव मंच में विपक्षी दलों पर जमकर हमला बोला। उन्होंने कहा कि जो कभी भगवान राम को देखना नहीं चाहते थे, कुंभ की आलोचना करते थे, मंदिर जाने को सांप्रदायिक कहते थे, वे सभी अपने रंग ढंग बदल रहे हैं।
नोएडा. शनिवार को उत्तर प्रदेश के डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य ने इंडिया टीवी के कार्यक्रम चुनाव मंच में विपक्षी दलों पर जमकर हमला बोला। उन्होंने कहा कि जो कभी भगवान राम को देखना नहीं चाहते थे, कुंभ की आलोचना करते थे, मंदिर जाने को सांप्रदायिक कहते थे, वे सभी अपने रंग ढंग बदल रहे हैं। ट्रस्ट मंदिर बना रहा है और वही बताएगा कि कबतक राम मंदिर बनकर तैयार होगा।
उन्होंने कहा कि दुनिया का हर राम भक्त यही चाहता है कि अयोध्या में जल्द से जल्द राम मंदिर बनकर तैयार हो जाए। हमारी सरकार अयोध्या से लेकर चित्रकूट तक राम वनगमन मार्ग है उसमें कितनी भगवान राम की लीलाएं हैं, उसे दिखाने की भी तैयारी कर रहे हैं। हमारे विपक्षी इसका विरोध कर नहीं सकते। कोई कुंभ में डुबकी लगाने जाता है, कोई दर्शन करने जाता है, जो कभी भगवान राम को देखना नहीं चाहते थे। वो अपने रंग ढंग बदलने की कोशिश करते रहते हैं।
क्या मुख्यमंत्री नहीं बन पाने का कोई मलाल है आपको?
केशव प्रसाद मौर्य- मुझे भारतीय जनता पार्टी में अलग अलग जिम्मेदारियां मिलती रही हैं। विरोधियों को यह नहीं दिखाई देगा कि 2016 में केशव प्रसाद मौर्य जैसे एक साधारण कार्यकर्ता को प्रदेश अध्यक्ष नियुक्त किया गया। मैं जो मेरे उप मुख्यमंत्री बनने पर सवाल उठाते हैं, उन अखिलेश जी से पूछता हूं कि उन्होंने मुख्यमंत्री रहते हुए क्या किसी ऐसे समाज के किसी प्रतिनिधी को उप मुख्यमंत्री बनाया था। मायावती जी ने भी ऐसा नहीं किया था। विरोधियों को पता है कि 2022 में भाजपा की सरकार बनने जा रही है। लेकिन जबतक चुनाव चलेगा तबतक ये लोग इस तरह की बातें फैलाते रहेंगे। पार्टी का नेतृत्व जब भी किसी कार्यकर्ता के बारे में जो भी फैसला करता है कार्यकर्ता उस फैसले को मानते हैं।
क्या अयोध्या में मुनाफाखोरी हो रही है? क्या आम आदमी के श्रद्धा के पैसे से खिलवाड़ हो रहा है
केशव प्रसाद मौर्य- श्रीराम जन्मभूमि पर भव्य राम मंदिर निर्माण की जो योजना चल रही है, उसको लेकर कुछ लोग अदालत के फैसले को सहन नहीं कर पा रहे हैं, न उनसे भव्य राम मंदिर निर्माण का कार्य सहन हो रहा है। जिन लोगों ने निहत्थे राम भक्तों पर गोलियां चलाई, अयोध्या को लहु लुहान किया था उन लोगों को मंदिर मामले में सवाल पूछने का अधिकार है क्या? जिन लोगों ने सत्ता में रहकर सिर्फ घोटाले ही किए उन्हें घोटाले के आगे कुछ नहीं दिखता।
जिस कांग्रेस पार्टी ने भगवान राम के अस्तित्व को ही नकार दिया था आज वे राम भक्त बनने की कोशिश कर रहे हैं, जिस समाजवादी पार्टी ने अयोध्या में राम भक्तों की लाशों का ढेर लगा दिया वो सवाल करते हैं, आम आदमी पार्टी का कहीं पता नहीं है, उनके सवालों का क्या जवाब दिया जाए। हम लोग उत्तर प्रदेश में अयोध्या सहित सभी तीर्थस्थलों का विकास कर रहे हैं और यह इनको सहन नहीं हो रहा है।