मेरठ: उत्तर प्रदेश के मेरठ में रविवार को हालात उस समय तनावपूर्ण हो गए जब कुछ लोगों ने झारखंड में हुई मॉब लिंचिंग की घटना पर बगैर पूर्व अनुमति के जुलूस निकाला। पुलिस ने इस जुलूस को कई जगह रोकने की कोशिश की जिसके बाद भीड़ पथराव करने पर उतर आई और बवाल भड़क गया। पुलिस ने इसके बाद लाठीचार्ज किया जिसमें कई लोग घायल हो गए। रिपोर्ट्स के मुताबिक, तनावपूर्ण शांति के मद्देनजर जिला प्रशासन ने एहतियाती तौर पर जिले में अगले आदेश तक इंटरनेट सेवाओं पर प्रतिबंध लगा दिया गया है।
बिना पूर्वानुमति के निकाला जुलूस
गौरतलब है कि झारखंड में तबरेज अंसारी की भीड़ द्वारा पीट-पीटकर हत्या करने की घटना को लेकर रविवार देर शाम ‘युवा सेवा समिति’ के बैनर तले ‘फैज-ए-आम इंटर कॉलेज’ में सभा की गई। इसके बाद बड़ी संख्या में लोगों ने बिना पूर्वानुमति के जुलूस निकाला। पुलिस ने कई जगह जुलूस रोकने की कोशिश की। भीड़ ने पुलिस से हाथापाई कर पथराव किया। इसके बाद पुलिस ने भीड़ पर लाठीचार्ज कर दिया। इस दौरान कई लोग घायल हो गए। इस घटना में 5 पुलिसकर्मियों को भी चोट आई है।
शहर में लागू है धारा 144
वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक नितिन तिवारी ने बताया कि शहर में धारा 144 लागू है। ‘फैज-ए-आम कॉलेज’ में बिना अनुमति सभा की गई और उसके बाद बिना अनुमति के जुलूस निकालने की कोशिश की गई। पुलिस के रोकने पर कुछ लोगों ने पथराव किया। उन्होंने बताया कि पुलिस से हाथापाई और पथराव के आरोप में 10 से अधिक लोगों को हिरासत में लिया है। घटना के बाद शहर के संवेदनशील क्षेत्रों में सुरक्षा कड़ी कर दी गई है।
70 नामजद सहित एक हजार लोगों के खिसाफ केस
पुलिस ने 70 नामजद सहित एक हजार लोगों के खिलाफ गंभीर धाराओं में मामला दर्ज किया है। तिवारी ने बताया कि सभी मोबाइल और निजी इंटरनेट सेवाओं पर प्रतिबंध लगा दिया गया है। केवल बीएसएनएल ब्रॉडबैंड को इससे बाहर रखा गया है।
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