उत्तर प्रदेश: पाकिस्तानी आईएसआई एजेंटों का इन्फॉर्मर वाराणसी से गिरफ्तार, पूछताछ जारी
मिलिट्री अधिसूचना यूनिट और यूपी एटीएस की एक संयुक्त कार्यवाही में पाकिस्तानी आईएसआई एजेंटों को सूचना भेजने वाले शख्स को गिरफ्तार किया है।
मिलिट्री अधिसूचना यूनिट और यूपी एटीएस की एक संयुक्त कार्यवाही में पाकिस्तानी आईएसआई एजेंटों को सूचना भेजने वाले शख्स को गिरफ्तार किया है। प्राप्त जानकारी के अनुसार पकड़े गए शख्स का नाम राशिद अहमद है। राशिद पर काफी लंबे समय से नजर रखी जा रही थी। राशिद पर आईएसआई के एजेंटों को महत्वपूर्ण जानकारियां उपलब्ध कराने का आरोप है। राशिद के साथ और कौन कौंन से लोग शामिल हैं, अभी इस बारे में कोई खुलासा नहीं हो सका है। फिलहाल पुलिस राशिद से पूछताछ कर रही है। बताया जा रहा है कि यह शख्स दो बार पाकिस्तान जा चुका है। इस दौरान इसने भारतीय सेना के कई ठिकानों से जुड़ी जानकारियां पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी आईएसआई को मुहैया कराई है।
उप्र एटीएस द्वारा जारी प्रेस विज्ञप्ति में बताया गया कि मिलिट्री खुफिया इकाई द्वारा एटीएस को सूचना दी गयी थी कि वाराणसी का रहने वाला एक व्यक्ति अपने मोबाइल से पाकिस्तानी आईएसआई एजेन्टों के सम्पर्क में है। एटीएस के सूत्रों ने सोमवार को यहां बताया कि वाराणसी जिले के लंका थाना क्षेत्र स्थित चित्तूपुर के निवासी इदरीस अहमद के पुत्र राशिद अहमद को सेना से जुड़े फोटोग्राफ और वीडियो आईएसआई एजेंटों को भेजे जाने के आरोप में रविवार को मुगलसराय क्षेत्र से गिरफ्तार किया गया। उसके पास से एक मोबाइल फोन भी बरामद हुआ है, जिसकी जांच की जा रही है। सूत्रों के मुताबिक राशिद दो बार पाकिस्तान जा चुका है और वहां उसने आईएसआई के एजेंटों से मुलाकात की थी।
सूत्रों ने बताया कि उसने सेना तथा सीआरपीएफ के शिविरों समेत कई महत्वपूर्ण स्थलों की टोह ली थी और इन जगहों की तस्वीरें और वीडियो आईएसआई एजेंटों को भेजे थे। इसके एवज में उसे धन और उपहार मिले थे। एटीएस ने बताया कि इदरीस अहमद से पूछताछ की जा रही है कि उसने अभी तक कितने स्थानों/ कैम्पों की रेकी कर तस्वीरें भेजी, इनके बदले में उसे कितनी बार धन और उपहार मिले। उससे पूछा जा रहा है कि आईएसआई एजेन्टों ने किन स्थानों/कैम्पों की तस्वीरें भेजने को उसे कहा था और इस काम में उसके कितने और साथी सम्मिलित है।