नोएडा: उत्तर प्रदेश के नोएडा में कोरोना वायरस से कैसे लड़ा जा रहा है इसपर नोएडा के पुलिस कमिश्नर आलोक सिंह ने इंडिया टीवी से बात करते हुए बताया कि लॉकडाउन 4 में कुछ इंडस्ट्रियल एक्टिविटी बढ़ी है, अभी हाल में जो केस आए हैं वे कुछ इंडस्ट्रियल एक्टिविटी वाले एरिया और एक मीडिया हाउस में हैं। दोनों एरिया को सील किया गया है और दिल्ली से जो मूवमेंट हैं उसे स्ट्रिक्टली रेग्युलेट किया गया है।
उन्होनें बताया कि दिल्ली बॉर्डर पर स्ख्ती की गई है। डोमेस्टिक ट्रैवलर जो हैं उनके लिए भी होम क्वारंटाइन और स्क्रीनिंग का नियम है। लंबी अवधि के लिए आने वालों के लिए होम क्वारंटीन जरूरी है। नोएडा में इस संक्रमण के अबतक 359 मामले दर्ज किए गए है। जिसमें 120 एक्टिव केस है। इस वायरस के कारण नोएडा में अबतक 5 लोगों की मौत भी हुई है।
क्यों बढ़ रहे हैं केस?
नोएडा के पुलिस कमिश्नर आलोक सिंह ने बताया कि हम लॉकडाउन फेस 4 में है और 3 फेस बीतने के बाद समाज का बड़ा वर्ग समझ चुका है कि सोशल डिस्टेंसिंग, मास्क जरूरी हो गए हैं, लेकिन अभी भी कुछ वर्ग ऐसे हैं जिन्हें समझाने की जरूरत है और उसी पर ध्यान दिया जा रहा है। लोग अगर नियमों का पालन नहीं कर रहे हैं तो उनके खिलाफ तय कानून के तहत कार्रवाई भी हो रही है।
उन्होनें कहा कि फैक्ट्री अगर बड़ी है और उसका एरिया अगर बड़ा है तो उसे पूरा सील नहीं कर रहे है। सिर्फ उसी क्षेत्र को सील कर रहे हैं जो प्रभावित है। लॉकडाउन 4 में इंडस्ट्रियल एक्टिविटी और बाजारों को कुछ झील दी गई है। लेकिन कुछ नियम बनाए गए हैं। हमारा मुख्य उदेश्य लोगों को जागरूक करने का है।
आलोक सिंह ने बताया कि आज की तारीख में कंटेनमेंट एरिया 1-2 कैटेगिरी के हैं और वह कुल 63 हैं। नोएडा में सबसे अच्छा रिकवरी रेट है और राष्ट्रीय स्तर पर नोएडा में रिकवरी रेट 58 प्रतिशत है जबकि राष्ट्रीय स्तर पर 41 प्रतिशत के करीब है। सभी से अपील है कि इस फेस में जहां हम सामान्य हालात की तरफ बढ़ रहे हैं, तो सोशल डिस्टेंसिंग के नियम तथा सुरक्षा नियमों का पालन करें।
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