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Hindi News भारत उत्तर प्रदेश EXCLUSIVE: कासगंज हिंसा की पहले से थी प्लानिंग, हफ्ते भर पूर्व मिला 'चैलेंज' और फिर चली गोली

EXCLUSIVE: कासगंज हिंसा की पहले से थी प्लानिंग, हफ्ते भर पूर्व मिला 'चैलेंज' और फिर चली गोली

इस बात के पुख्ता सबूत है कि कासंगज में जो हिंसा हुई सोशल मीडिया पर उसकी तैयारी कई दिन से दिखाई दे रही थी...

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कासगंज: यूपी के कासगंज में जो हिंसा हुई वो पूर्व नियोजित थी। पुलिस को उसकी जानकारी थी और प्रशासन की लापरवाही की वजह से ये बात इतनी बढ़ गई। हमारे चैनल इंडिया टीवी के पास इस बात के पुख्ता सबूत है कि कासंगज में जो हिंसा हुई सोशल मीडिया पर उसकी तैयारी कई दिन से दिखाई दे रही थी। दो गुटों के बीच में हिन्दू और मुसलमान नौजवानों के बीच में जमकर व्हाट्सएप, फेसबुक पर तकरार हुई जो धीरे धीरे टकराव में बदल गई।

हैरानी की बात य़े है कि पुलिस को इसकी जानकारी दी गई थी। कासगंज के एसपी को इसके बारे में आगाह किया गया था लेकिन समय रहते कदम नहीं उठाए गए और हिंसा हो गई जिसमें एक शख्स की जान चली गई।

मुस्लिम लड़कों ने हिंदुओं को दी थी अपने यहां आने की चुनौती

हमारे संवाददाता अभिषेक उपाध्याय ने बताया कि कासगंज हिंसा की भूमिका 26 जनवरी से एक हफ्ते पहले बन गई थी। मुसलमान लड़के हिन्दू लड़कों को उनके इलाके में आने की चुनौती दे रहे थे। हिन्दू लड़कों के गुट ने इस चैलेंज को कबूल किया था। 26 जनवरी की हिंसा में जिस चंदन गुप्ता नाम के लड़के की मौत हुई उसके दोस्त ने पुलिस को छह दिन पहले ही आगाह किया था कि कासगंज में हिन्दू मुस्लिम दंगा हो सकता है इसलिए पुलिस मुस्तैदी बरते। चंदन गुप्ता संकल्प नाम के एक NGO में भी सक्रिय था। उसका दोस्त आयुष शर्मा भी इसी NGO में काम करता है। चंदन ने अपने दोस्त आयुष को भी कासगंज में तिरंगा यात्रा में शामिल होने को कहा था लेकिन वो नहीं गया।

एसपी 'बिजी' थे...और दंगा हो गया!

इस लड़के को जब हिन्दू मुस्लिम लड़कों के बीच चल रहे चैलेंज का पता चला तो उसने 20 जनवरी को कासगंज के SP के फेसबुक पेज पर मैसेज किया SP ने उसे जबाव दिया कि अभी वो बिजी है जब वक्त होगा तब इसके बारे में तफ्शीस करेंगे। इसके बाद इस लड़के ने ट्वीटर पर यूपी पुलिस, सीएम योगी आदित्यनाथ और गृहमंत्री राजनाथ सिंह को टैग करके मैसेज किए लेकिन उसकी बात का असर नहीं हुआ। पुलिस अगर वक्त पर कदम उठाती तो कासगंज में हुई हिंसा को रोका जा सकता था।

हिंदू लड़कों के ग्रुप ने कबूल किया चैलेंज

चूंकि कासगंज के मुस्लिम बहुल इलाके में लड़कों को पता था कि हिन्दू लड़के चैलेंज के मुताबिक तिरंगा यात्रा लेकर आएंगे और विवाद होगा इसलिए हिन्दुओं को सबक सिखाने की तैयारी की गई थी। दूसरी तरफ चूंकि हिन्दू लड़कों के गुट को चैलेंज पूरा करना था। वो भी जानते थे कि मुस्लिम इलाके में हमला हो सकता है इसलिए वो भी तैयारी के साथ गए थे। आज जो वीडियो सामने आए हैं वो इस बात की तस्दीक करते हैं।

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