नोएडा। सावन माह में हरिद्वार से शुरू होने वाली कांवड़ यात्रा को लेकर उत्तर प्रदेश के मुख्य सचिव अनूप चंद्र पांडे और पुलिस महानिदेशक ओपी सिंह ने रविवार को ग्रेटर नोएडा में एक अंतरराज्यीय समन्वय समिति की बैठक की जिसमें उत्तर प्रदेश, दिल्ली, हरियाणा और राजस्थान के अधिकारियों ने भाग लिया।
मुख्य सचिव ने एक प्रेस वार्ता में बताया कि जुलाई माह में हरिद्वार से शुरू होने वाली कांवड़ यात्रा की सुरक्षा व्यवस्था के मद्देनजर आज बैठक की गई, जिसमें चार राज्यों के अधिकारी शामिल हुए। उन्होंने कहा कि सावन माह में श्रद्धालु हरिद्वार से जल लेकर उत्तर प्रदेश, दिल्ली, राजस्थान और हरियाणा के विभिन्न जनपदों में जाते हैं तथा शिवरात्रि के दिन भगवान शिव का जलाभिषेक करते हैं।
पांडे ने बताया कि एक आंतरिक समन्वय समिति बनाई गई है, जिसके माध्यम से चारों राज्यों से आने वाले कांवड़ यात्रियों की सुरक्षा और उनकी सुविधा का ध्यान रखा जाएगा। कांवड़ यात्रा के मद्देनजर सिंचाई विभाग, स्वास्थ्य विभाग, बिजली विभाग, जिला प्रशासन, लोकनिर्माण विभाग और यातायात पुलिस को सभी व्यवस्थाएं दुरुस्त करने का निर्देश दिया गया है।
मुख्य सचिव ने बताया कि हेलीकॉप्टर और ड्रोन कैमरे से कांवड़ यात्रा पर नजर रखी जाएगी। उन्होंने कहा कि कांवड़ यात्रा को उत्तर प्रदेश सरकार कुंभ मेले और प्रवासी भारतीय सम्मेलन की तर्ज पर संपन्न कराने के लिए कृतसंकल्प है। पांडे ने बताया कि सामाजिक संगठनों के लोगों से संवाद कर कांवड़ यात्रा में उनका सहयोग लिया जाएगा।
मुख्य सचिव ने कहा कि स्वच्छता का विशेष ध्यान रखा जा रहा है। इस बात का भी विशेष ध्यान रखा जाएगा कि किसी की धार्मिक भावनाओं को ठेस न पहुंचे। उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा कांवड़ यात्रा के दौरान डीजे बजाने की अनुमति देने के सवाल पर उन्होंने कहा कि उच्चतम न्यायालय के आदेशों के अनुसार ही डीजे बजाने की अनुमति दी जाएगी।
उत्तर प्रदेश के पुलिस महानिदेशक ओपी सिंह ने प्रेस वार्ता के दौरान बताया कि कांवड़ यात्रा की सुरक्षा के लिए आठ हजार पुलिसकर्मियों की तैनाती की गई है। अर्धसैनिक बल, पीएसी और एटीएस के जवान भी तैनात किए गए हैं। उन्होंने कहा कि खुफिया एजेंसियों से समन्वय स्थापित किया जा रहा है। कांवड़ यात्रा के दौरान आतंकी घटनाओं को रोकने के लिए आतंकवाद निरोधक दस्ते को तैनात किया गया है।
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