खुलासा: काशी विश्वनाथ मंदिर के पास जमीन के नीचे गुपचुप बसाया जा रहा था नया बाजार, किसी को नहीं लगी भनक
चौंकाने वाली बात यह है कि आतंकी निशाने पर रहे काशी विश्वनाथ मंदिर से चंद कदम दूरी पर जमीन के नीचे हो रहे काम की भनक किसी को भी नहीं लगी...
वाराणसी: अति संवेदनशील दालमंडी में जमीन के नीचे अवैध मार्केट बनाने का मामला सामने आने के बाद प्रशासन सकते में है। पूरे इलाके में बेसमेंट के नाम पर पूरा बाजार बसाया जा रहा है और एक दूसरे से बेसमेंट ऐसे जुड़े हैं मानो कोई सुरंग हो। बता दें कि दालमंडी इलाका काशी विश्वनाथ मंदिर से चंद कदम की दूरी पर है। यह सुरक्षा के लिहाज से अति संवेदनशील इलाका है।
वीडीए ने भूमिगत मार्केट को सील कर 6 लोगों के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कराई है। देर रात दो निर्माणकर्ताओं को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। इस मामले में वीडीए ने एई-जेई समेत 6 लोगों के खिलाफ निलंबन की कार्रवाई शुरू कर दी। कमिश्नर नितिन रमेश गोकर्ण व आईजी दीपक रतन ने दालमंडी में इस अवैध मार्केट का निरीक्षण किया।
चौंकाने वाली बात यह है कि आतंकी निशाने पर रहे काशी विश्वनाथ मंदिर से चंद कदम दूरी पर जमीन के नीचे हो रहे काम की भनक किसी को भी नहीं लगी। इसकी भनक न तो विकास प्राधिकरण को लगी और न ही नगर निगम को। सोमवार को ही एसएसपी से किसी ने गोपनीय शिकायत की थी कि चौक थाने के बगल से दालमंडी में प्रवेश करने पर एक धार्मिक स्थल के पास स्थित कटरे नीचे से पूरा बाजार विकसित किया जा रहा है। दिन में बाजार में भीड़भाड़ होने के कारण एसएसपी रात में जांच करने का फैसला लिया। वह फोर्स के साथ कटरे के पास पहुंचे। वहा नीचे उतरने के बाद उनको काफी दूरी तक बेसमेंट में पूरा बाजार विकसित मिला। यहां कई दुकानों का निर्माण कार्य चल रहा था तो कुछ दुकानों में शटर लगे थे।
भूमिगत मार्केट बनवाने वाले मंसूर अहमद, शमसेर आलम, शाहिद अली, श्रीमती आलिया, सायराबानो, फरजान के खिलाफ चौक थाने में रिपोर्ट दर्ज की गई है। शाहिद अली एवं उसके सहयोगी लईक अहमद को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है, जबकि बाकी की तलाश में छापेमारी हो रही है।
छानबीन में यह सामने आया है कि 2 साल से करीब दस हजार वर्ग फुट में बेहद असुरक्षित ढंग से भूमिगत बाजार का निर्माण हो रहा था। नीचे जाने का रास्ता संकरी सीढ़ियों से होकर था।