अयोध्या. अयोध्या में भव्य राम मंदिर के भूमिपूजन में अब जब कुछ ही समय बचा है ऐसे में शहर में रामजन्मभूमि के पास स्थित मुस्लिम आबादी वाले इलाके बस्ती दोराही कुंआ में माहौल पूरी तरह से सामान्य है। इलाके के एक दुकानदार रफीक कुरैशी के मुताबिक इस मोहल्ले में करीब 500 परिवार रहते है जिसमें से 120 से अधिक घर मुसलमानों के है।
कुरैशी ने पीटीआई भाषा को बताया, ''हमारे मोहल्ले दोराही कुंआ में पूरी तरह से शांति और अमन चैन है। मेरा घर रामजन्म भूमि के पास है और पांच अगस्त को भूमि पूजन के लिये जो पंडाल बना है वह हमारे घर से साफ दिखाई देता है। ऐसी संभावना है कि हमारी छत पर सुरक्षा बल तैनात कर दिये जायें, लेकिन अभी तक घर से बाहर जाने और आने में कोई परेशानी नही है। पांच अगस्त को मेरी दुकान संभवत: बंद रहेगी। यहां कोई तनाव नही है, खुफिया विभाग:एलआईयू: वाले आये थे और जांच कर चले गये।''
उन्होंने कहा ''मुझे उम्मीद है कि पूरे शहर में बुधवार का दिन शांति के साथ गुजरेगा।''
रामजन्म भूमि के ठीक सामने दर्जी की दुकान चलाने वाले हाजी साजिद ने बताया, '' इस मोहल्ले और शहर में माहौल पूरी तरह से सामान्य है। जिन्दगी बहुत अच्छे तरीके से चल रही है। मंदिर बनने से अयोध्या में विकास आयेगा और इससे रोजगार के नये अवसर पैदा होने की भी उम्मीद है।''
उन्होंने कहा कि यहां कोई परेशानी नहीं है। शहर के सभी इलाकों में भारी संख्या में पुलिस बल तैनात है और वह यहां के लोगो पर पूरी तरह से नजर रख रहे है। भूमि पूजन को देश के विकास का पूजन और राष्ट्रनिर्माण का कदम बताते हुये सामाजिक कार्यकर्ता बबलू खान ने कहा, ''यह भूमिपूजन हमारे देश के विकास का पूजन है और यह पूजन राष्ट्र निर्माण और हिन्दू मुस्लिम एकता के लिये है। मुसलमान अयोध्या में राम मंदिर निर्माण का इंतजार कर रहे है, क्योंकि इससे पूरे अयोध्या का सर्वांगीण विकास होगा।''
खान ने कहा, ''जो लोग अयोध्या में मंदिर के विरोध में अभियान चला रहे थे, उनके मुंह पर एक करारा तमाचा पड़ा है। मेरा मानना है कि उन्हें जय श्री राम बोलकर अपने पापों को धो लेना चाहिए।'' उन्होंने कहा, ''अयोध्या वालों के लिये आजादी के बाद यह सबसे खुशी का माहौल है। मैं कुरान को मानता हूं और अगर काबा मुसलमानों के लिये पवित्र स्थान है तो उसी तरह अयोध्या हिन्दुओं के लिये पवित्र स्थान है। यह भगवान राम की नगरी है।''
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