लखनऊ: बसपा सुप्रीमो मायावती ने कहा है कि अर्थव्यवस्था में सुधार के लिए केन्द्र की ओर से उठाये गये कदम जमीन पर ईमानदारी से लागू करने की कोशिश होनी चाहिए। मायावती ने ट्वीट किया, ''अभूतपूर्व कोरोना लॉकडाउन के कारण देश की चरमराई स्थिति, अव्यवस्था व ध्वस्त अर्थव्यवस्था में सुधार के लिए केन्द्र ने जो भी कदम उठाए हैं उसपर विश्वास करते हुए बसपा का यही कहना है कि इसको जमीन पर ईमानदारी से लागू करने की जी-जान से कोशिश तत्काल शुरू कर देनी चाहिए।''
उन्होंने कहा, ''साथ ही, लाचार एवं मजलूम करोड़ों प्रवासी मजदूरों के लिए जो 1,000 करोड़ रुपये मदद की घोषणा की गई है, वह यूपी जैसे अति-प्रभावित राज्यों को सीधे मिलनी चाहिए।'' मायावती ने कहा, ''ताकि यह उनके लिए अपने पाँव पर खड़े होने का वास्तविक सहारा बन सके व गरीबों एवं मजदूरों को आगे पलायन करने हेतु विवश न होना पड़े।''
गौरतलब है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 12 मई को राष्ट्र के नाम संबोधन में कहा था कि आपदा को अवसर में बदलना है और अब सिर्फ एक रास्ता है 'आत्मनिर्भर भारत'। इस दौरान उन्होंने 20 लाख करोड़ के आर्थिक पैकेज का ऐलान किया।
उन्होंने कहा कि सरकार के हाल के फैसले, रिजर्व बैंक की घोषणाओं को मिलाकर यह पैकेज करीब 20 लाख करोड़ रुपये का होगा जो देश के सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) का लगभग 10 प्रतिशत है।
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