हाथरस के दलित युवती से गैंगरेप मामले पर योगी सरकार ने बड़ी कार्रवाई की है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने प्राथमिक जांच रिपोर्ट के आधार पर मौजूदा एसपी विक्रांत वीर, डीएसपी समेत कई पुलिसकर्मियों को निलंबित करने का निर्देश दिया है। हाथरस के एसपी विक्रांत वीर और डीएसपी समेत 7 पुलिसकर्मियों को सस्पेंड किया गया है। सीओ राम शब्द, इंस्पेक्टर दिनेश कुमार वर्मा, सब इंस्पेक्टर जगवीर सिंह और हेड कॉन्सटेबल महेश पाल को सस्पेंड किया गया है।
हाथरस केस में सभी आरोपियों और पीड़ित परिवार के लोगों का नार्कों और पॉलीग्राफ टेस्ट होगा। मुख्यमंत्री कार्यालय से मिली जानकारी के मुताबिक, हाथरस मामले में यूपी के CM योगी आदित्यनाथ ने प्रारंभिक जांच रिपोर्ट के आधार पर एसपी, डीएसपी, इंस्पेक्टर और कुछ अन्य अधिकारियों को निलंबित करने का निर्देश दिया है। विनीत जायसवाल को हाथरस का नया एसपी बनाया गया है।
Image Source : INDIA TVMajor action in Hathras case
बता दें कि 14 सितंबर को उत्तर प्रदेश के हाथरस जिले में गांव चंदपा की दलित युवती अपनी मां के साथ खेत पर गई थी और आरोप के मुताबिक सासनी निवासी एक युवक ने उस पर जानलेवा हमला किया था। युवती ने सीओ सादाबाद को दिए बयान में तीन और युवक के नाम बताए थे, जिसके बाद पुलिस ने केस में गैंग रेप की धारा बढ़ा दी थी। इस मामले में पुलिस चारों आरोपियों को पहले ही गिरफ्तार कर चुकी है। हालांकि पुलिस और प्रशासन पर पूरे प्रकरण में कई आरोप लग रहे हैं।
इधर हाथरस गैंगरेप मामले में प्रशासनिक लापरवाही को ढकने के लिए मीडिया को गांव में घुसने पर प्रतिबंध लगा दिया गया है, जिसको लेकर भी काफी बवाल मचा हुआ है। हाथरस मामले को लेकर एडिशनल एसपी प्रकाश कुमार ने कहा, SIT की जांच तक मीडिया पर रोक है। एसआईटी कह देगी हमारी जांच पूरी हो गई है तो मीडिया को जाने दिया जाएगा। हमें दो बातें कहने का निर्देश दिया गया है, जब तक एसआईटी यहां काम कर रही है। अधिकारियों का बयान नोट किया जा रहा है। जांच प्रभावित नहीं हो इसलिए रोक लगाई गई है। राजनीतिक लोगों को भी आने की इजाजत नहीं है।' वहीं खेतों के रास्ते आए पीड़िता के भाई ने इंडिया टीवी से कहा पुलिसवालों ने घर को घेर रखा है। उन्होंने पीड़िता के पिता को मारा भी और सबको कहा है कि मीडिया से बात नहीं करें। घर में सब डरे हुए हैं। घरवाले मीडिया से बात करना चाहते हैं।
Latest Uttar Pradesh News