लखनऊ: उत्तर प्रदेश के हाथरस जिले में दलित समुदाय की महिला के साथ सामूहिक दुष्कर्म और उसकी मौत के बाद तेजी से चल रहे राजनीतिक घटनाक्रम के बीच पुलिस ने जिले के चंदपा थाने में जाति आधारित संघर्ष की साजिश, सरकार की छवि बिगाड़ने के प्रयास और माहौल बिगाड़ने के आरोप में अज्ञात लोगों के खिलाफ प्राथमिकी (एफआईआर) दर्ज की है। पुलिस की ओर से चंदपा थाने में रविवार की शाम को एक एफआईआर दर्ज कराई गई जिसमें राजद्रोह से लेकर विभिन्न समूहों के बीच दुश्मनी को बढ़ावा देने जैसे कई गंभीर आरोपों की धारा शामिल है।
चंदपा थाने में ही रविवार और सोमवार को राजनीतिक दलों के कार्यकर्ताओं के खिलाफ सरकारी कार्य में व्यवधान और निषेधाज्ञा के उल्लंघन जैसे आरोपों में मुकदमा दर्ज कराया गया है। अपर पुलिस महानिदेशक (कानून-व्यवस्था) प्रशांत कुमार ने सोमवार को चंदपा थाने में दर्ज मुकदमों की जानकारी दी। उन्होंने बताया कि पोस्टरों, सोशल मीडिया पोस्ट से माहौल बिगाड़ने का प्रयास किया जा रहा है।
ऐसे लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई है। कुमार ने कहा कि कोविड-19 के चलते राजनीतिक दलों के पांच लोगों को वहां जाने दिया जा रहा है। उन्होंने कहा, ‘‘कुछ राजनीतिक दलों के कार्यकर्ताओं ने दिशा-निर्देश का उल्लंघन किया। हाथरस की घटना से कुछ लोगों ने माहौल बिगाड़ने का प्रयास किया। पहला मुकदमा वायरल ऑडियो से माहौल बिगाड़ने के प्रयास में चंदपा थाने में हुआ।’’ अपर पुलिस महानिदेशक ने बताया, ‘‘एक साजिश के तहत राज्य का माहौल बिगाड़ने की कोशिश की गई है। हम सबूतों के आधार पर कार्रवाई कर रहे हैं। कई एजेंसियां इस मामले की जांच कर रही हैं।’’
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