ग्रेटर नोएडा इमारत हादसा : 8 लोगों के शव मिले, राहत-बचाव कार्य जारी, मजिस्ट्रेट जांच के आदेश
नोएडा के शाहबेरी गांव में कल रात दो इमारतों के ढहने की घटना में 6 लोगों की मौत हो गई है। इस घटना के सिलसिले में पुलिस ने तीन लोगों को गिरफ्तार किया है
नोएडा: ग्रेटर नोएडा के शाहबेरी गांव में कल रात दो इमारतों के ढहने की घटना में 8 लोगों की मौत हो गई है। इस घटना के सिलसिले में पुलिस ने तीन लोगों को गिरफ्तार किया है, जबकि 18 अन्य के खिलाफ गैर इरादतन हत्या और आईपीसी की अन्य धाराओं के तहत एक मामला दर्ज किया है। हादसे की मजिस्ट्रेट जांच का आदेश दिया गया है। बचाव टीम ने मलबे में दबी एक महिला समेत पांच लोगों के शवों को बाहर निकाला है। बचाव व राहत कार्य अभी भी जारी है। आशंका है कि अभी भी इमारत के मलबे में दर्जनभर लोग और दबे हैं। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मृतकों के परिजनों को 2-2 लाख रुपये मुआवजे का ऐलान किया है।
मुख्य दमकल अधिकारी अरुण कुमार सिंह ने बताया कि दोनों इमारतों में दर्जनभर लोगों की फंसे होने की आशंका है। उन्होंने बताया कि रात से ही चल रहे बचाव और राहत कार्य में देर रात को दो लोगों के शवों को बाहर निकाला गया था, जबकि आज सुबह एक व्यक्ति के शव को बाहर निकाला गया है। उन्होंने बताया कि आज शाम छह बजे के करीब एक पुरुष और एक महिला के शव को बाहर निकाला गया। देर शाम एक साल की बच्ची का शव मलबे से निकाला गया। रात में दो और शव मिलने के बाद मरनेवालों की संख्या बढ़कर आठ हो गई है।
दमकल अधिकारी ने बताया कि पांच शवों में से तीन की शिनाख्त हो पाई है। महिला का नाम प्रियंका है जबकि देर रात मिले दो शवों की पहचान रंजीत तथा शमशाद के रूप में हुई है। उन्होंने बताया कि प्रियंका के परिवार के तीन लोग अभी मलबे में फंसे हैं, जिसकी पुष्टि उनके परिजनों ने की है। उन्होंने बताया कि हमारा प्रयास है कि जल्द से जल्द मलबे में फंसे लोगों को बाहर निकाला जाए। उन्होंने बताया कि गाजियाबाद से आयीं एनडीआरएफ की टीमें रात से ही बचाव कार्य में लगी है। एनडीआरएफ, जिला पुलिस तथा ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण के अधिकारी बचाव कार्य में जुटे हुए हैं।
राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (एनडीआरएफ) के महानिदेशक संजय कुमार अपनी टीम द्वारा किये जा रहे राहत एवं बचाव कार्यों का जायजा लेने के लिए मौके पर पहुंचे। कुमार ने कहा कि मलबा बहुत ज्यादा है लेकिन इसमें दबे लोगों के अब भी जीवित होने की संभावना है, इसलिए मशीनों का सावधानी से इस्तेमाल किया जा रहा है, ताकि किसी को नुकसान ना पहुंचे। उन्होंने उम्मीद जताई कि बचाव अभियान कल तक पूरा हो जाएगा।
वहीं मेरठ जोन के पुलिस महानिरीक्षक (आईजी) राम कुमार ने बताया कि बिसरख थाना क्षेत्र के शाहबेरी गांव में कल रात छह मंजिला एक निर्माणाधीन इमारत ढह गई। उसकी चपेट में आकर उससे सटी एक पांच मंजिला इमारत भी ढह गई। उन्होंने बताया कि बिसरख पुलिस ने इस सिलसिले में करीब दो दर्जन लोगों के खिलाफ भारतीय दंड संहिता (आईपीसी) की विभिन्न धाराओं के तहत मामला दर्ज किया है। भूस्वामी गंगाशंकर द्विवेदी और दिनेश तथा संजय को गिरफ्तार कर लिया है। आईजी ने बताया कि अवैध इमारत का निर्माण करने को लेकर 18 अन्य लोगों के खिलाफ भी मामला दर्ज किया गया है। कुमार ने बताया कि राहत और बचाव कार्य में 12 जेसीबी मशीनें और दो पोकलेन मशीनें लगाई गई हैं।
वहीं, गौतम बुद्ध नगर के जिलाधिकारी बृजेश नारायण सिंह ने घटना की मजिस्ट्रेट जांच का आदेश दिया है। सिंह ने बताया कि इस मामले की अपर जिलाधिकारी (प्रशासन) कुमार विनीत सिंह के नेतृत्व में मजिस्ट्रेट जांच शुरू कर दी गई है। इस बीच, ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण के मुख्य कार्यपालक अधिकारी पार्थ सेन सारथी ने आज एक विज्ञप्ति जारी कर कहा कि सुप्रीम कोर्ट के आदेश पर शाहबेरी गांव के भूमि अधिग्रहण के लिए जारी की गयी अधिसूचना 12 मई, 2011 को रद्द कर दी गयी थी।
सारथी ने बताया कि प्राधिकरण की टीम मौके पर मौजूद एनडीआरएफ, दमकल विभाग और पुलिस की टीम के साथ मिलकर राहत एवं बचाव कार्य कर रही है। घटना के बाद मौके पर पहुंचे समाजवादी पार्टी के विधान परिषद सदस्य और पूर्व मंत्री राकेश यादव तथा अयूब अंसारी ने सरकार से मृतकों के परिजनों को 25- 25 लाख रुपए की अनुग्रह राशि देने की मांग की है। उन्होंने मृतकों के परिजन को सरकारी नौकरी और दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने की भी मांग की है।