A
Hindi News भारत उत्तर प्रदेश सीएम योगी आदित्यनाथ ने 3,313 सहायक शिक्षकों को दिए नियुक्तिपत्र

सीएम योगी आदित्यनाथ ने 3,313 सहायक शिक्षकों को दिए नियुक्तिपत्र

सीएम योगी ने कहा कि अगर तकनीक नहीं होती तो हम कोरोना के इस अभूतपूर्व संकट में जरूरतमंदों को पेंशन, भरण-पोषण भत्ता और किसान सम्मान निधि के रूप में एक क्लिक पर लाभ नहीं पहुंचा पाते। तकनीक की वजह से ही हम कोरोना के इस दौर में ऑनलाइन प्रक्रिया से पठन-पाठन की प्रक्रिया सुचारू रूप से जारी रख सके। 

good news CM Yogi gave appointment letters to 3313 assistant teachers । सीएम योगी आदित्यनाथ ने 3,313- India TV Hindi Image Source : PTI CM Yogi gave appointment letters to 3313 assistant teachers । सीएम योगी आदित्यनाथ ने 3,313 सहायक शिक्षकों को दिए नियुक्तिपत्र

लखनऊ. मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शुक्रवार को अपने सरकारी आवास पर 3,317 सहायक शिक्षकों को नियुक्तिपत्र वितरण किया। इस दौरान उन्होनें कहा कि उत्तर प्रदेश में नौकरी का एकमात्र मानक मेरिट है। बावजूद इसके नियुक्तियों में भ्रष्टाचार हुआ तो दोषियों को जेल में ही ठिकाना मिलेगा। मुख्यमंत्री शुक्रवार को अपने सरकारी आवास पर 3,317 सहायक शिक्षकों को पद स्थापन एवं नियुक्तिपत्र वितरण समारोह के वर्चुअल कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे। नवनियुक्त शिक्षकों को बधाई देते हुए मुख्यमंत्री ने सभी के उज्‍जवल भविष्य के लिए कामना की।

पढ़ें-  'तब तो घर में बंद थे, अब वोट मांगने निकले'

उन्होंने कहा कि पूरी शुचिता और पारदर्शिता के साथ योग्य उम्मीदवार को ही नौकरी मिलेगी। इसमें गड़बड़ी की कोई गुंजाइश नहीं है। नियुक्तियों में भ्रष्टाचार हुआ तो दोषियों को जेल में ही ठिकाना होगा। साथ ही कहा कि, याद कीजिये साढ़े तीन साल पहले उप्र लोक सेवा आयोग की शोहरत किस वजह से थी। अब उसके उलट इन नियुक्तियों में पारदर्शिता के लिए जाना जाता है। अब यहां नियुक्ति का एक मात्र मानक मेरिट है। आप लोगों का चयन खुद में इसका प्रमाण है।

पढ़ें- भाजपा नेता शहनवाज हुसैन कोरोना संक्रमित, बिहार चुनाव में कर रहे थे प्रचार

उप्र लोक सेवा आयोग से राजकीय माध्यमिक विद्यालयों के लिए चयनित इन शिक्षकों में से बाराबंकी की ज्योति शर्मा, लखनऊ की कीर्ति वर्मा, बाराबंकी के अखलाख, प्रयागराज के संदीप कुमार सिंह और अयोध्या की सुमित्रा देवी को मुख्यमंत्री ने अपने हाथों से नियुक्ति पत्र भी सौंपा। मुख्यमंत्री ने नवनियुक्त शिक्षकों से कहा कि मौजूदा युग तकनीक का है। खुद भी तकनीकी रूप से अपडेट रहें और बच्चों को भी करें। तकनीक ही पारदर्शिता की कुंजी है।

पढ़ें- BJP को एक और झटका! अब NDA से अलग हुआ ये दल

सीएम योगी ने कहा कि अगर तकनीक नहीं होती तो हम कोरोना के इस अभूतपूर्व संकट में जरूरतमंदों को पेंशन, भरण-पोषण भत्ता और किसान सम्मान निधि के रूप में एक क्लिक पर लाभ नहीं पहुंचा पाते। तकनीक की वजह से ही हम कोरोना के इस दौर में ऑनलाइन प्रक्रिया से पठन-पाठन की प्रक्रिया सुचारू रूप से जारी रख सके। उन्होंने कहा कि युवा हमारी पूंजी है। जो जिस लायक है उसकी मेरिट का सम्मान करते हुए वह जगह मिल रही है। मेरिट के आधार पर ही हमने अब तक करीब 3.5 लाख युवाओं को सरकारी नौकरी दी है। इतनी ही नौकरी देने जा रहे हैं। शुरूआत हो चुकी है।

पढ़ें- रैली में हंगामा देख भड़के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार, मंच से कही ये बात

योगी ने कुछ नवनियुक्त शिक्षकों से बात भी की। उन्होंने कहा कि शिक्षक मार्गदर्शक होता है। इस रूप में उसका फर्ज भी बड़ा होता है। अगर एक शिक्षक पूरी लगन और ऊर्जा से बच्चों को पढ़ाए तो उसमें समाज बदलने की क्षमता होती है। अपने काम से वह न केवल बच्चों में बल्कि समाज में भी सम्माननीय होता है। आने वाली पीढियों के लिए वह नजीर बन जाता है, पर इस सबके लिए उसे खुद को साबित करना अपने कार्य एवं व्यवहार से साबित करना होता है। यकीनन आपमें यह क्षमता है।

पढ़ें- रेलवे ने कुछ ट्रेनों का रूट घटाया, ये रही लिस्ट

उप मुख्यमंत्री डॉ. दिनेश शर्मा ने पिछले साढ़े तीन वर्षों के दौरान माध्यमिक शिक्षा की उपलब्धियों के बारे में बताया। उन्होंने कहा कि समय से सत्र, नकल विहीन परीक्षा और तय समय में नतीजे हमारी उपलब्धियां रहीं। साथ ही पठन-पाठन के क्षेत्र में भी विभाग ने गुणात्मक सुधार किया। कार्यक्रम के शुरू में विभाग की अपर मुख्य सचिव अनुराधा शुक्ला ने सबका स्वागत किया। जनपदों में स्थानीय प्रशासन और जनप्रतिनिधियों की मौजूदगी में नियुक्तिपत्र वितरण का ऐसा ही प्रतीकात्मक कार्यक्रम भी हुआ। (IANS)

Latest Uttar Pradesh News